पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमों ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपा और प्रधानमंत्री की ओर से कहे जाने वाले वाक्य मोदी की गारंटी का जमकर मजाक उड़ाया है।
पश्चिमी मेदिनीपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले की मोदी की गारंटियां और कुछ नहीं बल्कि हवा से भरे गुब्बारे हैं। इन्हें चुनाव से पहले हवा में उड़ाया जा रहा है और वोटिंग पूरी होने के बाद ये गुब्बारे फुस्स हो जाएंगे।
ममता बनर्जी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, याद रखें, जब ममता सरकार कोई गारंटी देती है तब उसे पूरा करने के लिए सब कुछ करती है। वहीं केंद्र सरकार के वादे और गारंटियां शायद ही कभी पूरे होते हैं। इनका कोई लाभ लोगों को नहीं मिलता है।
इस सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि हम केंद्र के षड़यंत्रों से लगातार लड़ रहे हैं। बंगाल सरकार के लिए आवंटित मनरेगा फंड अब तक जारी किया गया है। इसको देखते हुए अब राज्य सरकार इस मामले में दखल देगी। सभी लाभार्थियों के खाते में बकाया राशि जमा करवाई जाएगी।
टीएमसी ने 10 मार्च को कोलकाता के बिग्रेड परेड ग्राउंड पर एक जनसभा का आयोजन कर रही है। इसको लेकर भी ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि मेरी अपील है कि 10 मार्च को ब्रिगेड परेड मैदान आकर पश्चिम बंगाल के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठ के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं।
ममता बनर्जी ने मंगलवार को इस सभा में कहा कि वह बुधवार (6 मार्च) को एक बड़ी घोषणा करेंगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अगली घोषणा तक उनके फेसबुक पेज को फॉलो करें।
इससे पहले सोमवार को पूर्वी मेदिनीपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि चुनाव आते-जाते रहेंगे, लेकिन बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सत्ता में बनी रहेगी। मुझे पार्टी की ताकत पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा था कि भले ही वोट कुछ कम-ज्यादा मिलें, लेकिन तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में टिकी रहेगी। जो लोग पार्टी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा था कि चुनाव के समय दिल्ली से कुछ लोग पश्चिम बंगाल आते हैं, फिर वे पूरे वर्ष नजर नहीं आते।
आज बारासात में महिला रैली को संबोधित करेंगे पीएम
आज 6 मार्च को पीएम मोदी एक बार फिर पश्चिम बंगाल में होंगे। वह नार्थ 24 परगना जिले के बारासात में एक महिला रैली को संबोधित करेंगे। यह रैली भाजपा के लिए बेहद खास हो सकती है। यहां महिला रैली का होना इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि इसी जिले में रैली वाली जगह से कुछ दूरी पर ही संदेशखाली है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रैली के जरिए पश्चिम बंगाल की सरकार और टीएमसी पर जोरदार हमला बोलेंगे।इस जगह से वह देश भर की महिलाओं को संबोधित करेंगे। वह यहां संदेशखाली में महिलाओं के उत्पीड़न के मुद्दों को उठा सकते हैं और राज्य की सत्ताधारी टीएमसी पर निशाना साध सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले पीएम की यह रैली राजनैतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
माना जा रहा है कि पीएम इस रैली में पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा के मुद्दों पर ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर हो सकते हैं। इस रैली में संदेशखाली की महिलाओं के पहुंचने की भी संभावना है। भाजपा यहां इस रैली से आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल का एजेंडा सेट करना चाहती है।
राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में लाख कोशिशों के बावजूद भाजपा टीएमसी को हरा नहीं पाई थी तो उसका एक बड़ा कारण टीएमसी को राज्य की महिला वोटरों का समर्थन था। अब तक माना जाता रहा है कि महिला सीएम होने के कारण टीएमसी को राज्य की महिलाएं दूसरी पार्टियों की अपेक्षा अधिक पसंद करती हैं।
अब भाजपा टीएमसी को मिल रहे इसी समर्थन को संदेशखाली का मुद्दा उठा कर कम करना चाहती है। भाजपा को लगता है कि महिला वोटरों का कुछ प्रतिशत भी टीएमसी से भाजपा की तरफ आता है तो यह आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है। यही कारण है कि वह संदेशखाली के मुद्दें को लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है।
संदेशखाली के रूप में भाजपा को मिला बड़ा मुद्दा
भाजपा के लिए पश्चिम बंगाल जीतना अब भी काफी बड़ी चुनौती है। लोकसभा चुनाव में भाजपा यहां से बड़ी जीत दर्ज करना चाहती है। ऐसे में वह ममता बनर्जी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि संयोग से भाजपा को संदेशखाली के रूप में एक बड़ा मुद्दा मिल गया है जिसको लेकर वह टीएमसी के खिलाफ हमलावर है।भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को अब भुनाना चाहती है। यही कारण है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल में नेताओं को संदेशखाली की घटना के विरोध में जमकर प्रदर्शन करने और इसे आम लोगों के बीच उठाने की ताकीद पहले ही कर दी है।
मजबूत रणनीति के साथ भाजपा राज्य में इस मुद्दे को उठा रही है टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों को महिला विरोधी साबित कर रही है। इसके साथ ही राज्य में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी तेज कर दिया गया है। लोगों का ध्यान इन योजनाओं की तरफ दिलाया जा रहा है।