कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोमवार को दावा किया है कि उन्हें देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का समर्थन हासिल है। बताना होगा कि शशि थरूर केरल से कांग्रेस के सांसद हैं और वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। शशि थरूर 30 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
शशि थरूर ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी केरल में मुलाकात की है।
राजस्थान में पैदा हुए सियासी संकट के बाद यह सवाल उठा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन करेंगे या नहीं। क्योंकि अशोक गहलोत के समर्थक विधायक चाहते हैं कि गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री बने रहें या फिर उनके किसी समर्थक को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए लेकिन कांग्रेस हाईकमान इसके लिए तैयार नहीं दिखता।
थरूर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस दिन वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे उस दिन पता चलेगा कि उनके साथ कांग्रेस के कितने कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अधिकतर राज्यों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का समर्थन मिला तो वह चुनावी लड़ाई में बने रहेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने कहा कि देश के कई हिस्सों से बड़ी संख्या में लोगों ने उनसे अनुरोध किया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष की चुनावी लड़ाई में बने रहें।
यह कहा जा रहा है कि अशोक गहलोत को अप्रत्यक्ष रूप से गांधी परिवार का समर्थन हासिल है लेकिन राजस्थान के सियासी घटनाक्रम के बाद आने वाले दिनों में क्या होगा इसे लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं है। अशोक गहलोत ने अभी तक नामांकन पत्र भी नहीं खरीदा है जबकि पहले कहा जा रहा था कि वह 26 सितंबर को नामांकन करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 9,100 डेलीगेट्स हैं और कांग्रेस का कोई भी नेता जिसके पास 10 डेलीगेट्स का समर्थन हो, वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकता है। पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
थरूर कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने थरूर से कहा था कि वह इस चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहेंगी।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 30 सितंबर तक नामांकन भरे जाने हैं जबकि 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 8 अक्टूबर के बाद ही तस्वीर साफ होगी कि कौन-कौन सा नेता अध्यक्ष के चुनाव मैदान में रहेगा। 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही चुनाव नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।