एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रपति बनने की तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि वह राष्ट्रपति बनने के बिल्कुल भी इच्छुक नहीं हैं। पवार ने कहा कि कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उनके राष्ट्रपति बनने को लेकर विपक्ष के नेताओं के साथ लॉबीइंग कर रहे हैं लेकिन यह पूरी तरह से निराधार है और इस ख़बर में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर के साथ उनकी मुलाक़ात गैर-राजनीतिक है।
पिछले काफी समय से राजनीतिक गलियारों में यह ख़बर खूब सुर्खियां बटोर रही थी कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने को लेकर विपक्ष के तमाम नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं।
तीन बार हुई मुलाक़ात
इतना ही नहीं, उस समय इस ख़बर ने और ज्यादा सुर्खियां बटोरीं जब प्रशांत किशोर ने एक महीने के भीतर ही तीन बार शरद पवार से मुलाक़ात की थी। इसके अलावा प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी मुलाक़ात कर चुके हैं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बुधवार को जब पूछा गया कि क्या वह राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत ख़बर है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनूंगा। पवार ने कहा कि उन्हें पता है कि जिस पार्टी के पास 300 से ज्यादा सांसद हैं, उसे देखते हुए क्या नतीजा होगा, मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार नहीं बनूंगा।
शरद पवार ने प्रशांत किशोर के साथ हुई बैठकों के बारे में भी कहा कि वो मुझसे दो बार मिले लेकिन मैंने केवल उनकी एक कंपनी के बारे में बात की। इस दौरान ना तो 2024 के चुनाव पर कोई बात हुई और ना ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर।
पवार के मुताबिक़, प्रशांत किशोर ने उनसे कहा कि उन्होंने चुनावी रणनीति बनाने का क्षेत्र छोड़ दिया है। शरद पवार ने कहा कि अभी तक उन्होंने कुछ भी तय नहीं किया है। उन्होंने कहा कि 2024 के आम चुनावों में अभी काफी समय है इसके साथ ही महाराष्ट्र में भी चुनाव तीन साल बाद ही होंगे। तो ऐसे में अभी से राजनीति के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।
प्रशांत किशोर से मुलाक़ात
आपको बता दें कि पिछले काफी समय से एक चर्चा खूब जोर पकड़ रही थी जिसमें कहा जा रहा था कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे और इसी सिलसिले में चर्चा के लिए प्रशांत किशोर ने शरद पवार से तीन बार मुलाक़ात भी की थी। पवार से मिलने के बाद प्रशांत किशोर ने गांधी परिवार से भी मुलाक़ात की।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा था कि तमाम विपक्षी दलों को एकजुट कर प्रशांत किशोर राष्ट्रपति पद के लिए शरद पवार को सामने लाना चाहते हैं ताकि पवार को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सके।
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने करीब तीन बार शरद पवार से मुलाक़ात की थी। इसके बाद मंगलवार को प्रशांत किशोर ने दिल्ली में राहुल गांधी से भी मुलाक़ात की। इस बैठक में प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे। ऐसी भी ख़बरें सामने आई थीं कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोनिया गांधी ने भी इस बैठक में शिरकत की थी।
राष्ट्रपति पद का चुनाव अगले साल यानी 2022 में जून या जुलाई में हो सकता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 26 जुलाई 2022 को पूरा होगा। ऐसे में इससे पहले ही नए राष्ट्रपति की तलाश होगी।
हालांकि माना जा रहा है कि इस बार भी सत्ता पक्ष यानी एनडीए की ओर से ही राष्ट्रपति होगा क्योंकि सत्ता पक्ष मजबूत दिखाई पड़ रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम राष्ट्रपति का गणित बदल सकते हैं।