कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा - विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी। खड़गे ने कहा विपक्षी मोर्चा इंडिया के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन को भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (Indian National Developmental Inclusive Alliance- INDIA) कहा जाएगा।
खड़गे ने कहा - एनडीए 30 दलों के साथ बैठक कर रही है। मैंने भारत में इतनी पार्टियों के बारे में नहीं सुना है। पहले उन्होंने कोई बैठक नहीं की लेकिन अब वे एक-एक करके (एनडीए दलों के साथ) बैठक कर रहे हैं। पीएम मोदी अब विपक्षी दलों से डर रहे हैं। हम यहां लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए एकत्र हुए हैं।
दिल्ली में इंडिया का सचिवालय
खड़गे ने कहा कि दिल्ली में अभियान प्रबंधन के लिए एक साझा सचिवालय भी स्थापित किया जाएगा और अलग-अलग मुद्दों के लिए विशिष्ट समितियां बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि बैठक में एक संयुक्त बयान को मंजूरी दी गयी है। खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह अब बिखरी हुई पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि 'वह विपक्षी पार्टियों से डरते हैं।'
नया नाम किसने दिया
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि INDIA नाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। बैठक में वायनाड के पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा कि आगामी राष्ट्रीय चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एनडीए के खिलाफ इंडिया नाम सही रहेगा। राहुल ने इसी नाम से भारत जोड़ो यात्रा भी की थी।
खड़गे ने कहा, "हम 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे और सफल होंगे।'' संवाददाता सम्मेलन में अपनी टिप्पणी में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपस्थित सभी नेताओं की सराहना करते हुए राहुल गांधी को "हम सब का पसंदीदा" नेता बताया।
इस मौके पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा - "खड़गे जी ने विवरण दिया, लेकिन संक्षेप में इसका मतलब भारत है। एनडीए, क्या आप हमारे भारत को चुनौती दे सकते हैं? भाजपा, क्या आप भारत को चुनौती दे सकते हैं? सारा फोकस, सारा प्रचार, सारा प्रचार, सारे कार्यक्रम भारत के बैनर तले होंगे। ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा, ''एक चुनौती है, अगर आप कर सकते हैं तो हमें पकड़ लें।''
इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा - यह लड़ाई दो राजनीतिक मोर्चों के बीच नहीं है बल्कि लड़ाई भारत के विचार की रक्षा के लिए है। अगर आप इतिहास देखेंगे तो पाएंगे कि भारत के विचार से कोई नहीं लड़ पाया। यह भारत के विचार और नरेंद्र मोदी के बीच की लड़ाई है।