हरियाणा के फरीदाबाद में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में शुक्रवार को डीएमके की सांसद कनिमोझी भी शामिल हुईं। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह इस यात्रा में शामिल होकर बेहद खुश हैं। भारत जोड़ो तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान का सफर तय करते हुए हरियाणा पहुंची है और 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रवेश करेगी।
जब भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र से निकल रही थी तो इसमें शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे के साथ ही एनसीपी नेता सुप्रिया सुले भी शामिल हुई थीं और इस तरह कांग्रेस ने सहयोगी विपक्षी दलों को भी इस यात्रा से जोड़ने की कोशिश की थी।
बता दें कि तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस मिलकर सरकार चला रहे हैं।
जब यह यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी तो राज्य के मुख्यमंत्री और कनिमोझी के भाई एम.के. स्टालिन ने राहुल गांधी के हाथ में तिरंगा झंडा सौंपा था।
कनिमोझी ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी का भारत को एकजुट करने का दृष्टिकोण एक ऐसा विचार है जिसे भारत के लोग मिलकर आगे बढ़ाएंगे।
यात्रा में अब तक आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, एक्टिविस्ट मेधा पाटकर, धर्मगुरु कंप्यूटर बाबा, अभिनेत्री स्वरा भास्कर, बॉक्सर विजेंदर सिंह जैसे जाने पहचाने लोग शामिल हो चुके हैं। आने वाले दिनों में अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम के अध्यक्ष कमल हासन भी इस यात्रा से जुड़ेंगे।
9 दिनों का ब्रेक
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया था कि भारत जोड़ो यात्रा में 24 दिसंबर के बाद 9 दिनों का ब्रेक होगा, ताकि कंटेनरों को मरम्मत करके उत्तर भारत में पड़ने वाली कठोर सर्दी के लिए इन्हें तैयार किया जा सके। साथ ही इस यात्रा में शामिल कई लोग लगभग 4 महीने बाद अपने परिवार से मिलेंगे। 3 जनवरी 2023 को यात्रा फिर शुरू होगी।
'विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस जरूरी'
सत्य हिंदी से बातचीत में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि, “कमजोर कांग्रेस से विपक्ष मज़बूत नहीं होगा और सिर्फ़ एंटी मोदी मंच बनने से काम नहीं चलेगा। एक रचनात्मक कार्यक्रम बनाना होगा। लोगों के सामने प्रोग्राम रखना होगा और बताना होगा कि हम सरकार में आने पर क्या काम करेंगे। ऐसे में सिर्फ मोदी विरोधी प्लेटफ़ॉर्म बना देने भर से विपक्ष मज़बूत नहीं होगा।”
भारत जोड़ो यात्रा कुल 3570 किमी. की है। यात्रा 3000 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। यात्रा को तमाम जगहों पर अच्छा-खासा समर्थन मिला है। कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने में कामयाब रही है।
कश्मीर तक जाएगी यात्रा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा कश्मीर तक जाएगी। राहुल ने कहा कि सरकार ने नया आइडिया निकाला है और मुझे चिट्ठी लिखी है कि कोरोना आ रहा है, यात्रा बंद कर दो। उन्होंने कहा कि अब यात्रा को रोकने के लिए बहाने बनाए जा रहे हैं।
याद दिलाना होगा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी थी और इसमें भारत जोड़ो यात्रा को देश हित में स्थगित करने की अपील की थी।
चुनावी साल है 2023
साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले साल 2023 बेहद अहम है। साल 2023 में 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इन राज्यों में कर्नाटक, नगालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना शामिल हैं।
2024 का चुनाव है चुनौती
कांग्रेस लंबे वक्त देश में एकछत्र शासन करती रही है। साथ ही देश के कई राज्यों में भी उसने अपने दम पर हुकूमत चलाई है लेकिन गठबंधन की राजनीति के दौर में कांग्रेस कमजोर होना शुरू हुई। 2004 से 2014 तक उसने केंद्र में गठबंधन सरकार चलाई। लेकिन 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के साथ ही पार्टी को कई राज्यों में चुनावी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बड़ी संख्या में कई वरिष्ठ नेता भी पार्टी छोड़कर चले गए। हालांकि हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों ने उसे ऊर्जा दी है।
अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ डेढ़ साल का वक्त बचा है तो कांग्रेस एक बार फिर भारत जोड़ो यात्रा के जरिए संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। लेकिन 2023 में कांग्रेस का प्रदर्शन बताएगा कि वह 2024 में बीजेपी को कितनी चुनौती दे सकती है।