7 सितंबर से शुरू होने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। पार्टी के 117 नेता इस यात्रा में शामिल होंगे। इस यात्रा को निकालने की योजना जून में उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर में बनी थी।
यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं का चयन जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक से किया गया है। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं।
ये नेता होंगे शामिल
यात्रा में शामिल होने वालों में कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला, कन्हैया कुमार, अमित कुमार टुन्ना, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन, प्रतिभा रघुवंशी, सीताराम लांबा, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष केशव चंद यादव, उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला और एआईसीसी संचार विभाग के सचिव वैभव वालिया भी शामिल हैं।
भारत जोड़ो यात्रा का संचालन करने के लिए पार्टी ने कई संयोजकों को भी तैनात किया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के सभी फ्रंटल संगठनों, सभी विभागों, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से कहा था कि वे ऐसे नेताओं के नाम भेजें, जो भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ जाना चाहते हैं। दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं ने साक्षात्कार के बाद 117 ऐसे नेताओं का चयन किया है।
दिग्विजय सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यात्रा में शामिल होने की इच्छा रखने वाले कांग्रेस नेताओं से सवाल पूछा गया कि क्या वे 3500 किलोमीटर की यात्रा कर सकते हैं और क्या वे 5 महीने तक फ्री हैं। यात्रा में शामिल होने वाले लोगों में से अधिकतर 30 से 40 साल तक की उम्र के हैं। इस यात्रा में 4 से 5 लोग ऐसे भी हैं, जो सिविल सोसाइटी के समूहों से संबंध रखते हैं।
117 यात्रियों में 34 महिलाएं भी हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 15 महिलाएं उत्तर प्रदेश से हैं, इसके बाद मध्य प्रदेश से 10 और महाराष्ट्र से 9 महिलाएं हैं।
कन्याकुमारी से शुरू होगी यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट, जम्मू से होते हुए उत्तर भारत की ओर बढ़ेगी। इस यात्रा को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होना है।
यात्रा की अगुवाई करने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 148 दिन तक चलने वाली यात्रा के दौरान एक शिपिंग कंटेनर के केबिन में रात गुजारेंगे। यात्रा की शुरुआत एक बड़ी रैली के द्वारा होगी। यात्रा में शामिल सभी लोग 6 से 7 घंटे तक हर दिन चलेंगे और इस दौरान देशभर में लोगों से संपर्क करेंगे।
कांग्रेस का कहना है कि यात्रा के दौरान ही हर विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 से 10 बजे तक कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं द्वारा मार्च का आयोजन किया जाएगा।
2024 का चुनाव
कांग्रेस को उम्मीद है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से डेढ़ साल पहले शुरू हो रही इस यात्रा के जरिए वह लोगों के बीच पहुंचने में सफल होगी। लगातार दो लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में चुनावी शिकस्त खा चुकी कांग्रेस के लिए यह बेहद जरूरी है कि वह ब्लॉक, शहर और ग्रामीण स्तर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फिर से खड़ा कर पार्टी संगठन में जान फूंके।
2023 में 9 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने के ठीक बाद 2024 के लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश, गुजरात के साथ ही 2023 के चुनावी राज्यों में भी जीत दर्ज करनी होगी वरना 2024 के चुनाव में विपक्ष तो दूर यूपीए का नेतृत्व करने में भी उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
साथ ही अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष का भी चुनाव होना है। पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष की कुर्सी संभालें हालांकि राहुल गांधी इससे इंकार कर चुके हैं।
केजरीवाल का ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी 7 सितंबर से ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन पर निकलने जा रहे हैं। केजरीवाल इस मिशन को दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा से शुरू करेंगे और इसके साथ ही वह 2024 के आम चुनाव की तैयारी भी शुरू कर देंगे। ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन की शुरुआत के तहत केजरीवाल आदमपुर और हिसार में रैलियां करेंगे और इसके बाद वह हरियाणा के तमाम कई और इलाकों में सम्मेलन करेंगे।