प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिग्गज राजनेता और अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए आज चंडीगढ़ पहुंचे। उन्होंने बादल के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात क़रीब साढ़े आठ बजे निधन हो गया था। 95 वर्षीय बादल को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद क़रीब एक सप्ताह पहले मोहाली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अब प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां कल यानी गुरुवार को दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने दिग्गज राजनेता के सम्मान में पूरे देश में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। एक सरकारी बयान में कहा गया है, 'शोक के दिनों में राष्ट्रीय ध्वज उन सभी भवनों पर आधा झुका रहेगा जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और इन दो दिनों में कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा।'
प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर जनता के अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय में रखा गया है। श्रद्धांजलि देने यहीं प्रधानमंत्री मोदी पहुँचे थे। उन्होंने सुखबीर बादल को भेजे गए एक पत्र में प्रकाश सिंह बादल के देश के लिए किए गए योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले गहरी संवेदना व्यक्त की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बादल के निधन पर कहा था, 'श्री प्रकाश सिंह बादल जी के निधन से अत्यंत दु:ख हुआ। वह भारतीय राजनीति की एक महान हस्ती थे, और एक प्रमुख राजनेता थे जिन्होंने हमारे देश के लिए बहुत योगदान दिया। उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया और कठिन समय में राज्य को सहारा दिया।'
उन्होंने कहा था, 'श्री प्रकाश सिंह बादल का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मैंने उनके साथ कई दशकों तक निकटता से बातचीत की है और उनसे बहुत कुछ सीखा है। मुझे हमारी कई बातचीत याद आती हैं, जिसमें उनकी बुद्धिमत्ता हमेशा साफ़ तौर पर दिखाई देती थी। उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना।'