पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद रिज़वान अमेरिका में फुटपाथ पर नमाज पढ़ने के लिए सुर्खियों में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। इसमें रिज़वान को नमाज़ अदा करते हुए और बगल में ही सड़क के किनारे पार्क की हुई कार को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। कोई दलील दे रहा है कि ऐसा तो इस्लामी देश यूएई में भी नहीं होता है और यदि ऐसा किया जाए तो भारी जुर्माना अदा करना होता है। कोई सीधे तौर पर इसके लिए उनकी आलोचना कर रहा है तो कोई सिर्फ़ जानकारी साझा कर। लेकिन सवाल है कि इसमें दिक्कत क्या है?
यदि वीडियो को गौर से देखें तो पता चल जाएगा कि किन लोगों को इस वीडियो से दिक्कत है। वीडियो में साफ़ दिखता है कि रिज़वान पेडेस्ट्रीयन यानी पैदल चलने वाले फुटपाथ पर नमाज़ अदा कर रहे हैं। बगल में कार पार्किंग वाली जगह में खड़ी दिखती है। कुछ लोग उस रास्ते से गुजरते रहते हैं। वीडियो में उनसे न तो कोई डिस्टर्ब होता हुआ दिखता है और न ही गुजरने वाला राहगीर उन पर कोई आपत्ति जताता है। वीडियो में तो लगता है कि शायद किसी को इसकी परवाह तक नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया यूज़रों को बहुत ज़्यादा दिक्कत है। बाला नाम के यूज़र के ट्वीट को देखिए।
बाला नाम के यूज़र ने जो वीडियो साझा किया है उस पर उसने किसी ख़बर की हेडिंग को चिपकाया है जिसमें कहा गया है कि यूएई में ऐसा करने पर जुर्माना होता। यूज़र ने लिखा है, 'रिजवान पाकिस्तानी क्रिकेटर सिर्फ़ अमेरिका जैसे उदार संविधान वाले धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में ही नमाज के लिए सड़कों को रोक सकता है, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में नहीं, जहां कानून का सिद्धांत शरिया कानून है। यह केवल यूएसए, यूके और भारत जैसे देशों में ही हो सकता है।'
उनकी यह टिप्पणी तब आई है जब रिज़वान के सड़क के किनारे नमाज़ पढ़ने से रास्ता अवरुद्ध नहीं दिखता है। बता दें कि बाबर आज़म और मोहम्मद रिजवान इस वक़्त अमेरिका में हैं। और नमाज़ पढ़ने का उनका वीडियो भी उनकी इसी यात्रा के दौरान का है।
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में कई तरह के दावे किए गए। भारतीय पत्रकार सुधीर चौधरी ने उस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, 'पाकिस्तानी विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान अमेरिका के बोस्टन में सड़क पर नमाज अदा करने के लिए अपनी कार रोकते हैं। पाक कप्तान बाबर आज़म और मुहम्मद रिजवान मनोरंजन, मीडिया और खेल के व्यवसाय पर हार्वर्ड के कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अमेरिका में हैं।'
इन दोनों पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अलावा खेल जगत के कुछ और दिग्गज भी इस एजुकेशन प्रोग्राम का हिस्सा लेने पहुँचे हैं। इसी बीच मोहम्मद रिज़वान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसी को लेकर कई लोग उनको ट्रोल कर रहे हैं।
कुछ लोगों ने नमाज पढ़ते हुए वीडियो बनाने को लोकप्रियता पाने का स्टंट बताया है। हैरिस सुल्तान नाम के यूज़र ने लिखा है, 'प्रश्न: पाकिस्तान में ब्राउनी पॉइंट कैसे हासिल करें? जवाब: धार्मिक होने का नाटक करें। पाकिस्तानी क्रिकेटर रिजवान, जैसे वह अच्छा शेख़ीबाज है, अपनी कार रोकता है, अपने कैमरे तैयार करता है, फुटपाथ पर नमाज अदा करता है, और फिर सस्ता प्रभाव हासिल करने के लिए अपना वीडियो साझा करता है। कितनी शर्मनाक पीढ़ी है!'
हालाँकि, कुछ लोगों ने रिज़वान के समर्थन में भी ट्वीट किया है। एक यूज़र ने पूछा है कि इसके लिए रिज़वान पर हमला क्यों किया जा रहा है?
बता दें कि रिजवान हाल ही में सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने हाल में भारत के ओडिशा में हुए रेल हादसे पर दुख जताया था। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को हुए विनाशकारी ट्रेन हादसे में 275 से ज़्यादा यात्रियों की मौत हो गई और क़रीब 1000 यात्री घायल हो गए।