मेघालय: बीजेपी नेता मराक के फार्म हाउस से विस्फोटक बरामद

10:55 am Jul 29, 2022 | सत्य ब्यूरो

मेघालय पुलिस ने राज्य बीजेपी के उपाध्यक्ष बर्नार्ड आर. मराक के घर से विस्फोटक बरामद किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराएं भी जोड़ दी हैं। 

मराक के फार्म हाउस पर कुछ दिन पहले पुलिस ने छापा मारा था और बेहद आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की थी। लेकिन बीजेपी अपने इस नेता के बचाव में जोर-शोर से उतर आई थी और आरोप लगाया था कि मराक के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई है। 

कई दिन तक फरार रहे मराक को पुलिस ने हापुड़ से गिरफ्तार किया था। 

क्या मिला था पुलिस को?

बीते शनिवार को जब पुलिस ने मराक के फार्म हाउस पर छापा मारा तो वहां से 500 पैकेट कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, अवैध शराब की बोतलें, 37 हजार रुपये नक़द, 33 वाहन, 47 मोबाइल फोन और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे। 

पुलिस ने वहां से कुल 73 युवाओं को हिरासत में लिया था जिसमें से 23 महिलाएं हैं। इसके अलावा 5 बच्चे भी फार्महाउस से मिले थे, जिनमें चार लड़के और एक लड़की शामिल है। उन्हें एक केबिन के अंदर बेहद अमानवीय हालत में बंद करके रखा गया था। पुलिस का कहना है कि यह सभी बच्चे सदमे में हैं।

इनमें से एक बच्चे का मेडिकल किए जाने के बाद पता चला कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। इसके बाद मराक के खिलाफ दर्ज एफआईआर में पॉक्सो एक्ट को भी जोड़ा गया है। वेस्ट गारो हिल्स जिला प्रशासन ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू कर दी है।

वेस्ट गारो हिल्स जिले के पुलिस प्रमुख विवेकानंद सिंह ने पीटीआई को बताया कि फार्म हाउस से जिलेटिन की 35 छड़ें, 100 डेटोनेटर, चार क्रॉसबो और 15 तीर मिले हैं। ये विस्फोटक और हथियार तब मिले जब बाल संरक्षण इकाई और पुलिस की एक टीम फार्म हाउस से बचाए गए बच्चों के कपड़े और किताबें लेने के लिए वहां गई थी। 

'बढ़ती लोकप्रियता की वजह से हुई कार्रवाई'

मेघालय बीजेपी अपने नेता के समर्थन में खुलकर उतर आई और कहा है कि मराक को राजनीतिक बदले की भावना से निशाना बनाया जा रहा है। बीजेपी का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि गारो हिल्स और तुरा साउथ के इलाकों में मराक की लोकप्रियता बढ़ रही है।

कौन हैं मराक?

मराक वर्तमान में गारो ट्राइबल स्वायत्त जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य हैं। इससे पहले वह एक विद्रोही संगठन अचिक राष्ट्रवादी स्वयंसेवी परिषद (बी) से जुड़े हुए थे और उसे छोड़कर राजनीति में आए थे। इस संगठन का उद्देश्य एक पृथक गारो राज्य का निर्माण करना था।

पुलिस ने कहा है कि प्रतिबंधित संगठन का साथ छोड़ने के बाद भी मराक तुरा बाजार के व्यापारियों से जबरन वसूली करने, हथियारों की तस्करी करने, अवैध लॉटरी टिकट की अवैध बिक्री करने, दूसरे की संपत्तियों को कब्जाने, वेश्यावृत्ति जैसे गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं। 

मराक की सफाई 

हालांकि बीजेपी नेता मराक ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उनकी जान को खतरा है और वह गिरफ्तारी से बचने के लिए नहीं भाग रहे हैं बल्कि खुद को सुरक्षित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि वह सच्चाई को सामने लाएंगे। 

बीजेपी नेता का कहना है कि उनके खिलाफ यह पूर्व नियोजित साजिश थी जिससे उन्हें बदनाम किया जा सके। उन्होंने इसका आरोप मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की पार्टी एनपीपी पर लगाया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में बीजेपी की स्वीकार्यता बढ़ रही है और इस वजह से मुख्यमंत्री कोनराड संगमा परेशान हैं।