देवी काली पर टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान से उनकी पार्टी टीएमसी ने किनारा कर लिया है। इसके बाद महुआ मोइत्रा ने टीएमसी के ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है। हालांकि वह अभी भी टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ट्विटर पर फॉलो कर रही हैं।
क्या कहा था महुआ ने?
महुआ मोइत्रा से मंगलवार को इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में काली पर बनी एक फिल्म के पोस्टर को लेकर हो रहे विवाद पर सवाल पूछा गया था। सवाल के जवाब में महुआ मोइत्रा ने कहा था कि उनके लिए काली देवी मांसाहारी और शराब को स्वीकार करने वाली देवी हैं।
महुआ ने कहा था कि आपको आजादी है कि आप अपनी देवी के बारे में किस तरह की कल्पना करते हैं।
उन्होंने कहा था, “अगर आप सिक्किम में जाएं तो वहां पर देवी काली को शराब चढ़ाई जाती है लेकिन अगर आप उत्तर प्रदेश में जाएंगे और वहां पर लोगों को बताएंगे कि आप देवी काली को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाना चाहते हैं तो वे इसे ईशनिंदा मानेंगे।”
टीएमसी ने किया किनारा
उनके इस बयान पर बंगाल बीजेपी के नेताओं के द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद टीएमसी ने कहा था कि महुआ मोइत्रा का यह बयान पूरी तरह व्यक्तिगत है और पार्टी इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करती और इस तरह के बयानों की पुरजोर मरम्मत करती है।
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि टीएमसी हमेशा हिंदू देवी देवताओं का अपमान करती है और वह इस मामले में कानूनी रास्ता अपनाएंगे। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें कि काली पर बनी एक फिल्म के पोस्टर को लेकर इन दिनों विवाद हो रहा है क्योंकि इस पोस्टर में काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। फिल्म की निर्माता लीना के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर दिल्ली में मुकदमा दर्ज किया गया है। लीना टोरंटो में रहती हैं।
कई लोगों ने फिल्म की निर्माता लीना को गिरफ्तार करने की मांग की है। ट्विटर पर भी इसे लेकर अच्छा खासा शोर है।