फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल को मुंबई पुलिस ने एक बार फिर तलब किया है और जाँच में सहयोग करने को कहा है। उन पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ कर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का आरोप है।
मुंबई पुलिस ने इन दोनों को तीसरी बार तलब किया है। उन्हें पहले 26-27 अक्टूबर को बुलाया गया, फिर 9-10 नवंबर को पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया। पर ये इन दोनों ही मौकों पर नहीं गईं।
कंगना रनौत ने कहा था कि वह परिवार में एक शादी होने से व्यस्त हैं और 15 नवंबर के बाद उनके पास समय होगा।
क्या है मामला
मुंबई में मजिस्ट्रेट की एक अदालत से आदेश मिलने के बाद उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई थी।
एक कास्टिंग निर्देशक ने पुलिस में शिकायत की थी कि कंगना ट्वीट कर न केवल फ़िल्म उद्योग को बदनाम कर रही हैं, बल्कि 'सांप्रदायिक विभाजन भी कर रही हैं।'
कास्टिंग डायरेक्टर साहिल अशरफ़ अली सैयद ने अदालत में दायर याचिका में यह भी मांग की थी कि कंगना और उनकी बहन के ख़िलाफ़ 'दुश्मनी को बढ़ावा देने' और 'देशद्रोह' की धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया जाए।
रंगोली पर भी आरोप
उन्होंने याचिका में कहा था कि कंगना ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को भाई-भतीजावाद से भरी, ड्रग्स के आदी और सांप्रदायिक रूप से पक्षपाती लोगों की जगह बताया था। याचिका में कहा गया है कि कंगना की बहन ने भी सोशल मीडिया पर ऐसी टिप्पणियाँ की थीं, जिससे दो धर्मों के लोगों के बीच सांप्रदायिक तनाव बढ़ता है।
कंगना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जो़रदार हमला बोला था।
कंगना रनौत ने बीएमसी द्वारा अपने दफ़्तर के अवैध निर्माण को तोड़े जाने पर सरकार पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री पर चोट करते हुए कहा था, ‘उद्धव ठाकरे! तुझे क्या लगता है कि तूने फ़िल्म माफिया के साथ मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है। आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा। ये वक़्त का पहिया है, याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता।’
इतना ही नहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकरे को निशाने पर लेते हुए कहा था, ‘कितने मुंह बंद करोगे कितनी आवाज़ें दबाओगे कब तक सच्चाई से भागोगे, तुम कुछ नहीं हो सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।’
कंगना रनौत से क्यों नाराज़ हैं जावेद अख़्तर, देखें यह वीडियो।
इसके पहले इस फ़िल्म अभिनेत्री ने ट्वीट कर मुंबई को 'पाक-अधिकृत कश्मीर' और महाराष्ट्र को 'पाकिस्तान' कह दिया था। इस पर बहुत ज़बरदस्त विरोध हुआ था। लोगों ने बीजेपी से सवाल किया था कि हिन्दुस्तान के एक राज्य को पाकिस्तान कहे जाने पर इन लोगों को बुरा क्यों नहीं लगता है। लोगों ने तंज किया था कि बीजेपी का राष्ट्रवाद कहां चला गया।