तमिलनाडु विधानसभा चुनाव की राजनीति में अभिनेता से नेता बने कमल हासन की पार्टी की एंट्री हो गई। उनकी पार्टी मक्कल निधि मय्यम ने राज्य की 234 सीटों वाली विधानसभा में 154 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बाक़ी की सीटों पर उसके गठबंधन के दो सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे। दो अन्य पार्टियाँ- अखिल भारतीय समथुवा मक्कल काची और इंदिया जनानायगा काची हैं जो 40-40 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
इस बार तमिलनाडु का चुनाव दिलचस्प हो गया है। यह पहली बार है जब जयललिता और करुणानिधि जैसे धुरंधर चुनाव मैदान में नहीं हैं। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की पूर्व प्रमुख वी. के. शशिकला ने राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया है। वह इस साल जनवरी में ही जेल से रिहा हुई थीं और इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की स्थिति में थीं। इस बीच कमल हासन की पार्टी पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी है।
इससे पहले कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम यानी एमएनएम 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरी थी। तब उसे क़रीब 4 फ़ीसदी वोट मिले थे। शहरों में तो कई जगहों पर पार्टी को 10 फ़ीसदी से भी ज़्यादा वोट मिले थे।
एमएनएम भ्रष्टाचार, नौकरियों, विकासशील गांवों और लोगों के अनुकूल ई-गवर्नेंस को प्रमुख मुद्दों के रूप में उठा रही है। इसने सरकारी योजनाओं को आसानी से लोगों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए सार्वजनिक संसाधनों के रूप में सभी घरों में इंटरनेट की सुविधा पहुँचाने का वादा किया है।
पार्टी ने एक अलग तरह से टिकट देने की प्रक्रिया अपनाई है। उसने लोगों के लिए उम्मीदवारों के रूप में आवेदन करने के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली शुरू की और उम्मीदवार चुनने के लिए लोगों का साक्षात्कार लिया।
अब इस तरह के फ़ैसले से पार्टी को कितना फ़ायदा होता है, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में कुछ और ही तसवीर उभरती है।
'टाइम्स नाउ- सी वोटर' के चुनाव- पूर्व सर्वेक्षण से यह पता चला है कि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 में यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी यूपीए को बहुत बड़ी बढ़त मिल सकती है और वह सरकार बना सकता है। इस सर्वेक्षण पर भरोसा किया जाए तो यूपीए को 158 सीटें मिल सकती हैं, जो पिछले चुनाव की सीटों से 60 सीटें अधिक होंगी। नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस यानी एनडीए सिर्फ 65 सीटों पर सिमट सकता है। उसे साल 2016 के विधानसभा चुनाव में 136 सीटें मिली थीं और उसने सरकार बनाई थी।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम यानी डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद बन कर उभरे हैं। इस सर्वेक्षण में उन्हें 38.4 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। मौजूदा मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी को सिर्फ़ 31 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया है। फ़िल्म अभिनेता कमल हासन को 7.4 प्रतिशत, वी. के. शशिकला को 3.9 प्रतिशत, फ़िल्म अभिनेता रजनीकांत को 4.3 प्रतिशत और स्टालिन के बड़े भाई के. एस. अलागिरी को सिर्फ 1.7 प्रतिशत लोगों ने अगले मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया है।
केंद्र सरकार से संतुष्ट हैं?
'टाइम्स नाउ- सी वोटर' सर्वेक्षण में लोगों ने केंद्र सरकार के कामकाज के प्रति गंभीर नाराज़गी जताई है। क्या वे बीजेपी की अगुआई वाली केंद्र सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं, इस सवाल के जवाब में 53.26 लोगों ने कहा कि वे बिल्कुल ही संतुष्ट नहीं हैं। सिर्फ 12.7 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे पूरी तरह संतुष्ट हैं जबकि 22.28 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 के लिए मतदान 6 अप्रैल को होगा और वोटों की गिनती 2 मई को होगी।