केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना पाँचवाँ बजट पेश किया। उन्होंने क़रीब डेढ़ घंटे के बजट भाषण में कई घोषणाएँ कीं। जानिए उनकी बड़ी घोषणाएँ क्या हैं।
- नौकरी-पेशा वर्ग को इनकम टैक्स के मोर्चे पर लंबे समय बाद राहत मिली।
- टैक्स छूट की 5 लाख की सालाना आय की सीमा बढ़ाकर 7 लाख कर दी गई है।
- टैक्स स्ट्रक्चर छह स्लैब से घटाकर अब पांच स्लैब में बदला गया है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना का बजट 66% बढ़ाकर 79 हजार करोड़ किया गया है।
- रेलवे को बजट 2023-24 में 2.4 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये गये।
- सरकार ने ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना पर खर्च घटाकर 60,000 करोड़ रुपये किया।
- रक्षा बजट में पिछले साल के 5.25 लाख करोड़ को बढ़ाकर 5.94 लाख करोड़ किया।
- 2023 में राजकोषीय घाटे का संशोधित अनुमान 6.4%, 2024 के लिए 5.9% किया गया।
- MSMEs के लिए क्रेडिट गारंटी योजना में 9,000 करोड़ रुपये अधिक दिया।
- 100 अहम परिवहन ढांचागत परियोजनाओं के लिए 75,000 करोड़ रुपये।
- एनर्जी ट्रांजिशन के लिए 35,000 करोड़ रुपये की प्राथमिक पूंजी आवंटित की गई।
- लद्दाख में नवीकरणीय ऊर्जा योजना के लिए 20,700 करोड़ रुपये दिये गए।
- 50 अतिरिक्त हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट बनेंगे। 50 स्थलों का चयन किया जाएगा।
- दो साल के लिए मिलेगा महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र, 2 लाख तक जमा पर 7.5% ब्याज।
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में जमा सीमा को 15 लाख से बढ़ाकर 30 लाख किया गया।
- प्रमुख स्थानों पर 157 नए नर्सिंग कॉलेज बनाए जाएँगे।
बता दें कि इस बजट में मुख्य सात लक्ष्य हैं जिन्हें सप्तर्षि कहा गया है- समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे व निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट को 'पहला अृमत काल बजट' बताया है।