अडानी घूस कांड पर विरोध के एक अनूठे प्रदर्शन में, कांग्रेस सांसदों ने गुरुवार को संसद में 'मोदी अडानी एक हैं' नारे लिखे जैकेट पहनकर प्रदर्शन किया। विपक्ष अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग कर रहा है, जिन पर उनके भतीजे के साथ अमेरिकी अभियोजकों द्वारा रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और उनकी सांसद बहन प्रियंका गांधी सहित विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में अपने प्रतीकात्मक विरोध के लिए काले हाफ जैकेट पहने, जिसके पीछे मोदी-अडानी का नारा लिखा था।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "...मोदी जी अडानी जी की जांच नहीं करा सकते क्योंकि अगर वह ऐसा करते हैं, तो वह खुद ही जांच करा रहे होंगे...मोदी और अदानी एक हैं। दो नहीं हैं, एक हैं।" राहुल अडानी मामले पर विरोध में विपक्षी सांसदों के साथ शामिल भी हुए।
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला संसद के दरवाजे पर हो रहे विपक्ष के प्रदर्शन से भी परेशान हैं। लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी कर सांसदों से संसद के गेट के सामने विरोध प्रदर्शन नहीं करने का आग्रह किया था और कहा कि आवाजाही में इस तरह की बाधा से उनकी सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। लेकिन विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को उसी स्थान पर विरोध प्रदर्शन किया।
बुधवार को भी, कई इंडिया गठबंधन दलों के नेताओं ने अडानी अभियोग मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मामले की संयुक्त संसदीय जांच की मांग की।
संसद के शीतकालीन सत्र के सात दिन अडानी घूस कांड पर दोनों सदनों के निलंबन में चले गए। आठवें दिन से संसद शुरू हुई तो कोई भी दिन ऐसा नहीं जा रहा जब विपक्ष किसी न किसी बहाने अडानी घूस कांड और संभल हिंसा पर मोदी सरकार को घेर रही है। मोदी सरकार की हठधर्मिता ऐसी है कि वो अडानी घूस कांड पर चुप्पी साधे हुए है। संभल में विपक्षी नेताओं को जाने नहीं दिया जा रहा है।
कांग्रेस, आप, राजद, शिवसेना (यूबीटी), डीएमके और वाम दलों सहित अन्य सांसदों ने अपनी मांग के पक्ष में नारे लगाए और संसद के मकर द्वार पर "मोदी-अडानी एक हैं" बैनर लेकर प्रदर्शन किये। विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से टीएमसी दूर रही। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार के विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे, क्योंकि वो सुबह कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ संभल जाने के लिए निकले थे। लेकिन उन्हें यूपी बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने रोक दिया।
कांग्रेस ने कहा है कि अमेरिकी अदालत में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अडानी पर अभियोग अरबपति उद्योगपति समूह से जुड़े विभिन्न "घोटालों" की जेपीसी जांच की उसकी मांग को "सही" साबित करता है। गांधी ने पिछले महीने कहा था कि अडानी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अडानी समूह ने सभी आरोपों को "निराधार" बताते हुए आरोपों को खारिज कर दिया है। हालांकि एफबीआई ने अमेरिकी फेडरल कोर्ट में ठोस सबूत होने का दावा किया है। एफबीआई ने गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी का मोबाइल जब्त कर लिया था। सागर अडानी और एक अन्य कंपनी के बीच संदेशों के आदान-प्रदान को डिकोड किया गया, जिससे भारत में अडानी समूह द्वारा सरकारी अधिकारियों को बांटी गई 2000 करोड़ से ज्यादा की महा रिश्वतखोरी का आरोप सामने आया।