मप्रः नहीं थम रही भाजपाई रंगदारी, सुमित्रा परिवार मसले पर राजनीति गर्म..!

10:29 am Dec 10, 2024 | संजीव श्रीवास्तव । भोपाल

मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं एवं उनके परिजनों की रंगदारी और गंभीर किस्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष एवं सीनियर भाजपा नेता सुमित्रा महाजन ताई के बेटे के शो रूम में तोड़फोड़, पोते और कर्मचारियों की पिटाई मामले ने तूल पकड़ लिया है। उधर विदिशा के भाजपा जिला उपाध्यक्ष के खिलाफ अपनी ही भतीजी से रेप को लेकर एफआईआर दर्ज हुई।

इंदौर से आठ बार की लोकसभा सदस्य एवं लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष, सुमित्रा महाजन ताई के पुत्र मिलिन्द महाजन और पौत्र सिद्धार्थ महाजन से जुड़ा यह मामला मंगलवार शाम 4 बजे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के दरबार में पेश होगा। फिल वक्त पूरे मसले पर राजनीति चरम पर है। सोमवार को पूरे दिन मामले को लेकर इंदौर में राजनीति गर्माई रही। सुमित्रा महाजन समर्थक भाजपा का खेमा इंदौर पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुंचा। शिकायत की। आरोप लगाया कि पुलिस सही ढंग से मामले की तफ्तीश और आरोपियों की तेज गति से गिरफ्तारी नहीं कर रही है।

सुमित्र महाजन के परिजनों से मारपीट और शो रूम में तोड़फोड़ का यह मामला बीते शुक्रवार का है। सुमित्रा महाजन के पुत्र मिलिन्द महाजन के नेमावर रोड स्थित शो रूम पर तोड़फोड़ की गई थी। तोड़फोड़ करने वाले राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया के भतीजे सौरभ कसोरिया तथा समर्थक थे। सौरभ का वाहन महाजन के शो रूम में सर्विसिंग के लिए आया हुआ था। सर्विसिंग की राशि तत्काल चुकाये जाने का तकाजा, सौरभ और उनके समर्थकों को बेहद नागवार गुजरा था।

आरोप है कि पहले भुगतान फिर वाहन शो रूम के बाहर निकलने की बात इस कदर खली थी कि सौरभ और उनके समर्थकों ने भड़कते हुए न केवल शो रूम में जमकर तोड़फोड़ की थी, बल्कि मैनेजर एवं अन्य कर्मचारियों की जमकर ठुकाई उड़ाई थी।

बीच-बचाव के लिए आगे आये ताई के पौत्र (पोते) सिद्धार्थ को भी सौरभ एवं समर्थकों ने कूट दिया था। तोड़फोड़ और मारपीट के बाद वाहन बलात ले जाने का आरोप सौरभ एवं उनके समर्थकों पर लगाया गया। पुलिस ने तमाम धाराओं में मुकदमा कायम किया। आरोप यह भी रहा है, काफी ना-नुकूर के बाद गंभीर धाराएं लगाई गईं। आरोपियों की धरपकड़ में भी हीला-हवाली हुई। सभी आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। मामले में अब तक 5 गिरफ्तारियां हुई हैं। अन्य आरोपी अभी फरार हैं।

इस पूरे मसले पर दो-तीन दिनों से इंदौर में राजनीति गर्म है। बताया जा रहा है पूरे मसले पर ताई और उनके समर्थक एक तरफ हैं, जबकि भाई कैलाश विजयवर्गीय तथा सीनियर भाजपा एमएलए रमेश मेंदौला दूसरी तरफ। एक खबर यह भी सामने आयी है कि कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर कमिश्नर से पूरे मामले को लेकर बात की है। बात क्या हुई? यह पता नहीं चला है।

तूल पकड़ चुके मामले में सुमित्रा महाजन समर्थक विधायकों, नेताओं, निगम पार्षदों और पार्षद पति के साथ-साथ भाजपा समर्थक उद्योगपतियों ने भी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की है। भाजपा पार्षद संगीता जोशी के पति महेश जोशी ने अपनी प्रतिक्रिया में सवाल उठाते हुए कहा है, ‘जब आठ बार की पूर्व सांसद और लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष का परिवार सेफ नहीं है तो इंदौर कैसे अपने आपको सेफ माने?’

शिवराज लाए थे प्रताप कसोरिया कोः शिवराज सिंह चौहान सरकार में प्रताप कसोरिया को राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। कैबिनेट मंत्री का दर्जा उन्हें प्राप्त है। उनका कार्यकाल अभी बचा हुआ है। मामला होने के बाद कसोरिया ने संकेतों में सुमित्रा महाजन के पुत्र पर राजनीतिक पलटवार किया। उन्होंने कहा, एक योजना के तहत उनके भतीजे ने बैंक लोन लेकर गाड़ी खरीदी है। गाड़ी निगम में लगी हुई है। महाजन के शो रूम से योजना के अंतर्गत स्वीकृत 100 वाहन उठे हैं। निगम में अटैच हैं।

विदिशा भाजपा उपाध्यक्ष पर रेप केस

विदिशा पुलिस ने गत दिवस भाजपा के जिला उपाध्यक्ष योगेन्द्र सोलंकी पर रेप का केस दर्ज किया। भतीजी ने रेप का आरोप लगाया है। विदिशा से शिवराज सिंह चौहान लोकसभा के सदस्य हैं। साल 2024 में चौहान ने इस सीट को जीता है। मोदी सरकार में वे मंत्री हैं। सोलंकी को भी शिवराज सिंह का समर्थक एवं नजदीकी बताया जा रहा है। मामला दर्ज होने के बाद से वे फरार हैं। सोमवार को जिलाध्यक्ष राकेश जादौन को सोलंकी ने उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा भेज दिया है।

कांग्रेस, तंज कसते हुए पूछ रही है, ‘रेप के आरोपी के घर मोहन यादव सरकार कब बुलडोजर चलायेगी।’ कुल मिलाकर, मध्य प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों, नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की रंगदारी, दंबगई और आपराधिक घटनाओं में लिप्त होने संबंधी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं।

मुख्यमंत्री यादव विपक्ष के निशाने पर

बीते दो-तीन महीने में उज्जैन में भाजपा नेता एवं कार्यकर्ताओं द्वारा रंगदारी की कई घटनाएं हुई हैं। भाजपा विधायक को पीटने जैसा मामला हुआ है। तमाम घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री को विपक्ष ने निशाने पर लिया। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी तो मोहन यादव को पर्ची वाला मुख्यमंत्री करार देकर हर दिन घेरते हैं। आरोप लगाते हैं। मुख्यमंत्री से मध्य प्रदेश संभल नहीं रहा है। कानून-व्यवस्था से लेकर हर मोर्चे पर फैल होने का आरोप उन पर लगाते हैं। 

उज्जैन मुख्यमंत्री का गृह शहर एवं गृह जिला है। मुख्यमंत्री इंदौर के प्रभारी है। गृह विभाग उनके पास है। दोनों ही जिलों की घटनाओं के बाद विपक्ष ज्यादा तेज हमले बोलता है। उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाता है।