मोदी की सरकार जॉर्ज सोरोस को पैसे दे रही है: कांग्रेस

03:42 pm Dec 10, 2024 | सत्य ब्यूरो

कांग्रेस ने ही अब मोदी सरकार पर जॉर्ज सोरोस की मदद करने का आरोप लगाया है। इसने कहा है कि मोदी की सरकार सोरोस को पैसे दे रही है। जॉर्ज सोरोस के साथ मिलकर भारत विरोधी साज़िश रचने का आरोप लगाने वाली बीजेपी और मोदी सरकार पर कांग्रेस ने यह पलटवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया है। 

कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया गया, 'नरेंद्र मोदी की सरकार जॉर्ज सोरोस को पैसे दे रही है। जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के 68 देशों में प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इस फाउंडेशन की फंडिंग यूएन डेमोक्रेसी फंड से आती है। इस यूएन डेमोक्रेसी फंड में करीब 45 देश डोनर हैं और हिंदुस्तान नंबर 4 का डोनर है।' इसी के साथ पार्टी ने कहा है कि "ऐसे में नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा जाएगा कि नरेंद्र मोदी सरकार क्यों यूएन डेमोक्रेसी को फंड डोनेट कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि ये पूछा जाएगा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 8 साल में 9000 अमेरिकी डॉलर यूएन डेमोक्रेसी फंड को क्यों दिए, जो जॉर्ज सोरोस को फंड कर रहा है?

जॉर्ज सोरोस भारत विरोधी तो धंधा-पानी भारत में बंद क्यों नहीं करवाते?

कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछा है कि जॉर्ज सोरोस नाम का आदमी अगर भारत विरोधी गतिविधियां कर रहा है, तो आप उसका धंधा-पानी भारत में बंद क्यों नहीं करवाते? पार्टी ने पूछा है कि मोदी सरकार आदेश देकर जॉर्ज सोरोस के सारे बिजनेस और फंडिंग पर रोक क्यों नहीं लगवाती है?

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया है कि अडानी को बचाने के लिए बीजेपी और मोदी सरकार जॉर्ज सोरोस के नाम पर स्वांग रच रही है। उन्होंने कहा है कि आज जॉर्ज सोरोस को लेकर मोदी सरकार से कांग्रेस के कुछ सवाल हैं। उन्होंने कहा है कि 'मोदी सरकार अमेरिका की सरकार को क्यों नहीं लिखती कि जॉर्ज सोरोस हमारे देश के ख़िलाफ़ गतिविधियों में शामिल है, उसका प्रत्यार्पण हो, हम उसके खिलाफ भारत में एक्शन लेंगे।'

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस देश में सबसे अहम मुद्दा है कि नरेंद्र मोदी का हर क़ीमत पर गौतम अडानी को बचाने का कुत्सित प्रयास करना। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी अडानी को बचाने के लिए देशहित को गिरवी रखकर भी हर क़ीमत चुकाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए जॉर्ज सोरोस का नाम लेकर स्वांग रचा जा रहा है। 

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जॉर्ज सोरोस से पैसा लेने वाले दो भारतीय युवा प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी हैं। इसने मोदी के साथ उनकी तस्वीर भी जारी की है।

कांग्रेस ने कहा है, '2014 से जॉर्ज सोरोस ने ग्रांट प्रोग्राम शुरू किया। जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसायटी के सोरोस इकॉनॉमिक डेवलेपमेंट फंड यानी एसईडीएफ़ के दो बड़े इंवेस्टमेंट में से एक Aspada ने बड़ा पैसा दो कंपनियों- नियो ग्रोथ और कैपिटल फ्लोट को दिया। कैपिटल फ्लोट के फांउडर गौरव हिंदुजा और शशांक ऋष्यशृंगा ने करीब 300 मिलियन डॉलर की फंडिंग 40 हजार छोटे उद्योगों, किसानों और स्टार्टअप में की है।'

पार्टी ने आगे कहा, 'ये दोनों व्यक्ति गौरव हिंदुजा और शशांक ऋष्यशृंगा, नरेंद्र मोदी जी के प्रबल समर्थक हैं, जो उनके साथ मंच साझा करते रहते हैं। नरेंद्र मोदी के करीबी ये दोनों व्यक्ति जॉर्ज सोरोस के पैसे से पोषित फंड चलाते हैं।' कांग्रेस ने पूछा है कि अगर जॉर्ज सोरोस देश विरोधी काम कर रहा है तो नरेंद्र मोदी ऐसे व्यक्तियों के साथ मंच साझा क्यों कर रहे हैं? 

श्रीनेत ने आगे कहा, 'बीजेपी के कोषाध्यक्ष और पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे वीरेन शाह जी की पोती प्रिया शाह की शादी शशांक ऋष्यशृंगा के साथ हुई है। इस शादी में बीजेपी के बड़े नेता लाल कृष्ण आडवाणी और देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए थे। शशांक ऋष्यशृंगा वही व्यक्ति हैं, जो जॉर्ज सोरोस द्वारा पोषित एक फंड कैपिटल फ्लोट चलाते हैं, जिसे अब axio के नाम से जाना जाता है।'

उन्होंने कहा है, "ऐसे में हमारा सीधा सवाल है कि: 

  • जॉर्ज सोरोस द्वारा पोषित एक फंड चलाने वाले लोगों के खिलाफ बीजेपी सरकार क्या एक्शन लेगी?
  • जॉर्ज सोरोस द्वारा पोषित एक फंड चलाने वालों से बीजेपी क्यों रिश्ता रखती है?
  • अगर जॉर्ज सोरोस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं तो यूएन डेमोक्रेसी फंड में नरेंद्र मोदी की सरकार डोनर क्यों है?"

मीडियापार्ट की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर फ़ेक ख़बर फैलाने का आरोप लगाया है। इसने कहा है, 'बीजेपी को सिर्फ फेक न्यूज का ही सहारा है। जब बीजेपी के लोगों ने जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर फ्रेंच मीडिया कंपनी मीडियापार्ट का हवाला दिया, तो इससे मीडियापार्ट ने ही इंकार कर दिया। मीडियापार्ट ने बीजेपी से कहा- आप हमारे नाम पर फ़ेक न्यूज़ मत फैलाइए, हमने ऐसा कोई आर्टिकल नहीं छापा है।'

उन्होंने पूछा, 'अगर मीडियापार्ट बीजेपी के लिए इतना विश्वसनीय है, तो राफेल के खुलासे के समय वे इसका विरोध क्यों कर रहे थे? ये ठीक वैसा ही है जैसे अडानी को बचाने कि लिए बीजेपी ने अमेरिका पर भी मनगढ़ंत आरोप लगा दिया, तब अमेरिका ने भी साफ कर दिया कि हमने कुछ नहीं किया है।'

उन्होंने कहा, 'बीजेपी के लोग कहते हैं कि ओसीसीआरपी भारत के खिलाफ साजिश करता है। जबकि सच यह है कि ये मोदी-अडानी के संबंधों की कलई खोलता है।'

(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है।)