महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन परिवार के छोटे वैरिएंट बीए 4 के चार मरीज पाए गए हैं। इनके अलावा बीए 5 वैरिएंट के भी तीन मरीज पाए गए हैं। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार शाम को दी। उन्होंने कहा कि उन सभी में केवल हल्के लक्षण थे और उनका इलाज घर पर ही किया गया।
दक्षिण अफ्रीका सहित दुनिया के कुछ हिस्सों में अप्रैल में ओमिक्रॉन की ये छोटे वैरिएंट पाए गए, लेकिन अब तक राज्य में कोई मामला सामने नहीं आया था। एक अधिकारी ने बताया कि इसका पूरा जीनोम अनुक्रमण विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान ने आयोजित किया था, और इसकी खोज की पुष्टि फरीदाबाद में भारतीय जैविक डेटा केंद्र ने की है। पुणे के कम से कम सात रोगियों में छोटे वैरिएंट के इन्फेक्शन का पता चला था।
उन्होंने बताया कि चार रोगियों में बीए 4 प्रकार का इन्फेक्शन है जबकि अन्य में बीए 5 का है। उनमें से चार पुरुष और तीन महिलाएं हैं। चार रोगी 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं जबकि दो 20-40 आयु वर्ग में हैं जबकि एक रोगी नौ साल का बच्चा है।
अधिकारी ने कहा, "सभी छह बड़ों ने वैक्सीन की दोनों खुराकें पूरी कर ली हैं, जबकि एक ने बूस्टर शॉट भी ले लिया है। बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ है। उन सभी में कोविड -19 के हल्के लक्षण थे और उनका घरेलू आइसोलेशन में सफलतापूर्वक इलाज किया गया।
उनके नमूने 4 से 18 मई के बीच लिए गए थे। उनमें से दो ने दक्षिण अफ्रीका और बेल्जियम की यात्रा की थी, जबकि तीन ने केरल और कर्नाटक की यात्रा की थी। अन्य दो रोगियों का हाल ही में कोई यात्रा इतिहास नहीं था।