ऐसे समय जब कोरोना संक्रमण विकराल रूप ले चुका है और रोज़ाना संक्रमण के डेढ़ लाख से ज़्यादा मामले पिछले 24 घंटे में आए, सुप्रीम कोर्ट भी इससे अछूता नहीं रहा। इसके आधे से ज़्यादा कर्मचारी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इसे देखते हुए मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही पूरे अदालत परिसर को सैनिटाइज़ किया जा रहा है।
एक जज ने 'एनडीटीवी' से कहा कि उनके स्टाफ़ और ज़्यादातर लॉ क्लर्क को कोरोना संक्रमण हो गया है। कुछ जज पहले भी कोरोना की चपेट में आ गए थे, लेकिन वे स्वस्थ हो चुके हैं।
दिल्ली की स्थिति भयावह!
सुप्रीम कोर्ट जिस दिल्ली शहर में स्थित है, उसकी स्थिति देश के शेष जगहों से बेहतर नहीं है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा है कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 10 हज़ार 732 मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पहले शनिवार को एक दिन में 7,897 नए कोरोनो वायरस के मामले आए थे।
उन्होंने रविवार को कहा है कि पिछले 10-15 दिनों में कोरोना के केस तेज़ी से बढ़े हैं।
तेज़ी से फैल रहा है संक्रमण
केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है और यह बेहद ख़तरनाक है। उन्होंने कहा हि तीसरी लहर से भी ज़्यादा ख़राब हालात हैं।
दो दिन पहले ही दिल्ली नये प्रतिबंधों की घोषणा की गई है। स्कूलों और कॉलेजों को इस सप्ताह के शुरू में ही बंद करने के लिए कहा गया था। रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है।
देश में शनिवार को एक दिन में 1 लाख 52 हज़ार 879 पॉजिटिव केस आए। यह लगातार पाँचवीं बार है जब एक लाख से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं।
अब तक कुछ छह बार 1 लाख से ज़्यादा केस आए हैं। एक दिन पहले ही शुक्रवार को क़रीब 1 लाख 45 हज़ार संक्रमण के मामले आए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी शनिवार के आँकड़े के मुताबिक़ 24 घंटे में 839 लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 1 करोड़ 33 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं। 1 करोड़ 20 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो चुके हैं। देश में अब सक्रिए मामलों की संख्या 11 लाख से ज़्यादा हो गई है। अब तक 1 लाख 69 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 10 करोड़ 15 लाख से ज़्यादा टीके लगाए जा चुके हैं।