दिल्ली: पुलिस ने कहा- रिंकू की हत्या में सांप्रदायिक एंगल नहीं, जांच जारी

05:08 pm Feb 12, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

दिल्ली के मंगोलपुरी इलाक़े में रहने वाले रिंकू शर्मा नाम के एक शख़्स की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। रिंकू के परिवार का कहना है कि उसकी हत्या के पीछे सांप्रदायिक कारण है लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है और कहा है कि वह सभी एंगल्स से इस मामले की जांच कर रही है। 

दिल्ली पुलिस के अफ़सर सुधांशु धामा ने कहा है कि इस घटना को लेकर जो भी बातें चल रही हैं, वे पूरी तरह ग़लत हैं और उनमें कोई तथ्य नहीं है। रिंकू की हत्या में शामिल पांचों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इनके नाम ज़ाहिद, मेहताब, दानिश, इसलाम और तौज़ीन हैं। रिंकू एक अस्पताल में लैब टैक्नीशियन था। 

पुलिस के मुताबिक़, “10 फ़रवरी की देर शाम को मंगोलपुरी के एक रेस्तरां में कुछ लड़के बर्थडे पार्टी मनाने पहुंचे थे, तभी व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा की वजह से कुछ लड़कों के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद रिंकू वहां से घर चला गया। लेकिन कुछ लड़के रिंकू के घर पहुंच गए और उस पर चाकू से हमला कर दिया। अस्पताल में रिंकू की मौत हो गयी।” 

पुलिस के मुताबिक़ रिंकू और उसके दोस्तों तथा अभियुक्तों ने पिछले साल रोहिणी इलाके में अगल-बगल में रेस्तरां खोला था। जब उनका बिजनेस फ़ेल हो गया तो उन्होंने एक-दूसरे पर इलजाम लगाने शुरू कर दिए। पुलिस ने यह भी कहा है कि ये सभी लोग एक-दूसरे को जानते थे। 

रिंकू शर्मा के भाई मनु शर्मा ने कहा कि अभियुक्तों ने उनके मां-बाप पर भी हमला किया, वो घर में घुसे, रिंकू को घसीटकर रोड पर ले गए और उसकी पीठ पर चाकू से हमला कर दिया। रिंकू के पिता का कहना है कि उनके बेटे को लगातार धमकियां दी जा रही थीं। 

मनु ने कहा कि रिंकू बजरंग दल से जुड़ा था। 5 अगस्त को हम लोगों ने राम मंदिर निर्माण को लेकर रैली निकाली थी। उस समय भी उन लोगों ने हमें धमकी दी थी और कहा था तुम्हें छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने हमारे ‘जय श्री राम’ के नारे पर भी आपत्ति जताई थी। 

बीजेपी नेता मैदान में उतरे

रिंकू शर्मा की हत्या की ख़बर के बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी वर्तमान अध्यक्ष आदेश गुप्ता से लेकर तमाम नेताओं ने बयान जारी कर कहा कि दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। आदेश गुप्ता रिंकू के परिवार वालों से मिले और केजरीवाल सरकार से मांग की कि वह परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान करे।

विश्व हिंदू परिषद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रिंकू की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा कर रहा था।