प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के नौ साल को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी से 9 सवाल पूछे हैं। विपक्षी पार्टी ने प्रमुख मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर चुप्पी साधे रहने का आरोप लगाया है। नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार पीएम पद की शपथ ली थी और 2019 में उन्होंने 30 मई को दूसरे कार्यकाल के लिए दूसरी बार पीएम पद की शपथ ली थी।
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को कहा है कि वह इस मौक़े पर प्रधानमंत्री से नौ सवाल करना चाहती है। कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री इन सवालों पर अपनी चुप्पी तोड़ें।'
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में '9 साल, 9 सवाल' नामक एक दस्तावेज जारी किया, जिसमें पार्टी के सवालों को सूचीबद्ध किया गया है। इन नौ सवालों में अर्थव्यवस्था और भ्रष्टाचार से लेकर कोरोना महामारी और सामाजिक न्याय तक के मुद्दों को उठाया गया है।
कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के जश्न मनाने से पहले प्रधानमंत्री को इन नौ सवालों का जवाब देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आज पीएम मोदी को माफी दिवस मनाना चाहिए। बीते 9 साल में जितनी बातें इन्होंने मेनिफेस्टो, वादों, भाषणों और मन की बात में की, वो सब काल्पनिक हैं। 9 साल का हिसाब मांगने पर 900 साल पीछे मत ले जाइए। 9 साल में आपने क्या किया, ये बताइए।'
कांग्रेस ने जो 9 सवाल किए हैं उसको उसने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।
कांग्रेस की एक और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि बीते 9 वर्षों में देश ने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का तांडव देखा है। उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने जो दावे किए, वो झूठे साबित हुए। ऐसे में सरकार को अपनी 'नाकामी का उत्सव' मनाना चाहिए। और अब पीएम मोदी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ही देनी चाहिए।'
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विपक्ष के तौर पर अपनी भूमिका निभाती रहेगी। उन्होंने कहा है कि 27 और 28 मई को हम अलग-अलग शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे।