प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक पर आज देश इतनी बहस कर रहा है, जितनी उसने कोरोना जैसी गंभीर बीमारी पर कभी नहीं की। बीजेपी नेता जहां मोदी की सलामती के लिए हवन वगैरह कर पूरा माहौल बना रहे हैं तो कांग्रेस शासित पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मोदी की लंबी उम्र की कामना करने के साथ कहा कि वहां कल उनकी जिन्दगी को कई खतरा नहीं था।
प्रधानमंत्री मोदी वाकई खुशनसीब हैं। बीजेपी शासित राज्यों के सीएम पंजाब की घटना की निन्दा करने के साथ ही मोदी की लंबी उम्र की सलामती के लिए हवन कर रहे हैं। कोई जोशीला पोस्टर जारी कर रहा है। कोई प्रदर्शन आयोजित करवा रहा है। लेकिन कोई भी तथ्यों पर बात करने को तैयार नहीं है।
स्मृति ईरानी ने की शुरुआत
प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक की खबर जैसी ही फैली, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी फौरन दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचीं और प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सुरक्षा चूक की खबर फैलने और स्मृति की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुश्किल से एक घंटे का फर्क रहा होगा। स्मृति ईरानी ने इसे प्रधानमंत्री के जीवन के लिए बड़ा खतरा बताया और सीधे कांग्रेस पर हमला किया कि वो मोदी की जानी दुश्मन है। स्मृति ईरानी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कल ही बीजेपी नेताओं के बयानों की बाढ़ आ गई।
मुख्यमंत्री क्यों कूदे
यह जानना दिलचस्प होगा कि यूपी, मध्य प्रदेश और असम के मुख्यमंत्रियों ने आखिर एक ही समय में देश के अलग-अलग मंदिरों में जाकर पूजा की। क्या इसका आयोजन आरएसएस के इशारे पर किया गया। इस बारे में किसी भी प्रदेश का मुख्यमंत्री कार्यालय कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। यह सब कुछ उन मुख्यमंत्रियों की इच्छा पर हुआ।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आज लखनऊ में कई कार्यक्रम थे। सुबह उन्होंने इस बारे में न तो कुछ कहा और न ही आला अधिकारियों के पास कोई सूचना थी। दोपहर में योगी वाराणसी पहुंचे और फिर काल भैरव मंदिर में जाकर मोदी की लंबी उम्र के लिए पूजा की। इस मौके पर मीडिया को खास तौर पर बुलाया गया था ताकि वो फोटो और वीडियो जारी कर सके।
मंदिर में पूजा की शुरुआत मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान ने की थी। वो भोपाल के गुफा मंदिर में पहुंचे और वहां मोदी के लिए महामृत्युंजय जाप किया। यह किसी की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। मीडिया को बताया गया कि शिवराज ने मोदी के लिए यह जाप किया।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा उग्रतारा मंदिर गुवाहाटी में शाम को हवन करने के लिए पहुंच गए। यह हवन प्रधानमंत्री मोदी की लंबी उम्र और हर बला-आफत टालने के लिए किया गया। इस मौके पर मीडिया को खासतौर पर बुलाया गया था। एक समाचार एजेंसी ने मुख्यमंत्री के हवन का वीडियो भी जारी किया है।
पिछले असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जीतने के बाद हेमंत को सीएम बनाया गया था। उस समय उन्होंने इसे मोदी और अमित शाह का आशीर्वाद बताया था।
चन्नी का अंदाज निराला
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज अपने ही अंदाज में इस मुद्दे का जवाब दिया। उन्होंने आजतक चैनल के रिपोर्टर को दिए इंटरव्यू में कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री के जीवन को कल कोई खतरा नहीं था। मैं तो उनके लंबे जीवन की कामना करता हूं। चन्नी ने कहा - हम उनकी लंबी जिन्दगी की कयामत तक दुआ करते हैं। खुदा करे कि कयामत आये ही नहीं।
चन्नी ने कहा कि पीएम की सुरक्षा किसी राज्य का सीएम या वहां की पुलिस तय नहीं करते। सब कुछ एसपीजी के नियंत्रण में होता है।
चन्नी का यह इंटरव्यू चैनल पर एक नाटकीय अंदाज में आया है। इसके साथ एक और भी संदेश देने की कोशिश की गई है।
आजतक चैनल के रिपोर्टर से चन्नी जब गाड़ी में बात कर रहे थे तो अचानक बीच में ही सरकारी कर्मचारी उनका रास्ता रोक लेते हैं। वो गाड़ी से उतर कर पैदल ही प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के बीच जा पहुंचते हैं। रिपोर्टर साथ-साथ चल रहा होता है। वो चन्नी से कल की घटना पर इंटरव्यू करने आया था।
चैनल का कैमरा दिखाता है कि चन्नी बहुत आराम से प्रदर्शनकारियों से बात करते हैं और आश्वासन देकर लौटते हैं। देखने वाले को यही समझ में आता है कि एक मुख्यमंत्री सुरक्षा की परवाह किए बिना प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच जाता है। चैनल का रिपोर्टर इस तथ्य को रेखांकित करता है लेकिन चन्नी इसे बहुत तवज्जो नहीं देते। सोशल मीडिया पर यह इंटरव्यू वायरल है। लोग इसे चन्नी के बयानों के साथ शेयर कर रहे हैं।