सांसद रमेश बिधूड़ी की संसद में की गई करतूत से भाजपा भी शर्मसार महसूस कर रही है। उसने शुक्रवार शाम को अपने सांसद बिधूड़ी को नोटिस जारी करते हुए, उनसे 15 दिनों में इसका जवाब मांगा है। भाजपा ने बिधूड़ी से कहा कि क्यों न संसद में उनके आचरण पर कार्रवाई की जाए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को शुक्रवार को "गंभीर कार्रवाई" की चेतावनी दी। भाजपा सांसद बिधूड़ी, की संसद में घोर सांप्रदायिक टिप्पणियों ने बड़े पैमाने पर आक्रोश पैदा कर दिया है। हालांकि उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटाई जा चुकी हैं।
लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार बिड़ला ने लोकसभा में "चंद्रयान की सफलता" पर चर्चा के दौरान मुस्लिम सांसद दानिश अली (बसपा) के लिए रमेश बिधूड़ी द्वारा इस्तेमाल किए गए आपत्तिजनक शब्दों को गंभीरता से लिया। अधिकारियों ने कहा कि अध्यक्ष ने बिधूड़ी को इस तरह का व्यवहार दोबारा करने पर "सख्त कार्रवाई" की चेतावनी दी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बिधूड़ी एक बात रखते हुए बार-बार दानिश अली पर गालियाँ और इस्लामोफोबिक अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऊपर वीडियो में आप बिधूड़ी के शब्द सुन सकते हैं।
विपक्षी नेताओं ने जैसे ही भाजपा के गालीबाज सांसद बिधूड़ी की आलोचना की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद व्यक्त किया। रक्षा मंत्री ने कहा, ''भाजपा सांसद की टिप्पणी से अगर विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।''
विपक्ष ने कहा कि माफी पर्याप्त नहीं है, बिधूड़ी को निलंबित या गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने यह मांग करते हुए कहा, "यह बेहद शर्म की बात है। राजनाथ सिंह की माफी स्वीकार्य नहीं है और आधी-अधूरी है। यह संसद का अपमान है, यह निलंबन का स्पष्ट मामला है और बिधूड़ी का बयान हर भारतीय का अपमान है। भाजपा नेता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।"
कांग्रेस ने कहा कि पिछले सत्र में, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को कथित तौर पर "मंत्रियों का अपमान" करने के लिए निलंबित कर दिया गया था। भाजपा सांसद बिधूड़ी ने उससे भी बदतर बात कही, पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आम आदमी पार्टी (आप) ने वीडियो शेयर करते हुए एक पोस्ट में सवाल किया, 'बीजेपी दिल्ली सांसद संसद में स्पीकर के सामने दूसरे मुस्लिम सांसद को ऐसे शब्दों से बुला रहे हैं, क्या यही बीजेपी की संस्कृति है?' पार्टी ने इसे संसद के इतिहास का सबसे काला दिन बताया है।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि वह संसद में भाजपा सांसद द्वारा इस्तेमाल किये गये सांप्रदायिक अपशब्दों से ''दुखी'' हैं। झा ने कहा- "मुझे दुख हुआ, लेकिन आश्चर्य नहीं। यह पीएम के 'वसुधैव कुटुंबकम' की सच्चाई है। हमें यह सोचने की जरूरत है कि अगर संसद में एक सांसद के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया, तो मुसलमानों, दलितों के खिलाफ किस तरह की भाषा को वैधता दी गई है।" झा ने कहा, "अब तक, पीएम रमेश बिधूड़ी पर एक शब्द भी नहीं कह सके।"
सीपीएम ने एक बयान में कहा - "बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा सदन में दानिश अली (बीएसपी) के खिलाफ इस्तेमाल की गई गंदी अभद्र भाषा सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के हिसाब से भी गंदी तरह का नफरत भरा भाषण है। कोई भी सांसद इस तरह के भाषण के लिए विशेषाधिकार का दावा नहीं कर सकता है। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।"
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर पोस्ट किया- "कितनी आसानी से इस घृणित "माननीय" सांसद की जीभ से अपशब्द निकल जाते हैं! मुसलमानों के खिलाफ नफरत को पहले की तरह मुख्यधारा में लाया गया है। ऐसे में वो मुसलमान जो भाजपा को अपनी पार्टी बताते हैं, वे कैसे इसे बर्दाश्त करेंगे?" इस मुद्दे पर पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा: "अगर उन्होंने हमें (कश्मीरियों) आतंकवादी कहा होता, तो हम इसके आदी हैं। लेकिन उन्होंने यह सभी मुसलमानों के खिलाफ कहा। इस पर हम बहुत गुस्से में हैं। यह सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ उनकी मानसिकता को दर्शाता है। नई संसद, लेकिन पुरानी मानसिकता ।"