लंदन में राहुल गांधी की टिप्पणियों से परेशान होकर बीजेपी ने आज मंगलवार को राहुल पर तीखा हमला बोला और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से जवाब मांगा। बीजेपी ने राहुल पर आरोप लगाया कि "विदेशी हस्तक्षेप की मांग" करके उन्होंने विदेशी धरती पर "देश को बदनाम करने" की कोशिश की है। राहुल के ब्रिटेन में दिए जा रहे बयान तीखे हैं। बीजेपी उन्हें तथ्यों से नहीं काट पा रही है। दो दिन निकलने के बाद बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी लेकिन ऐसी बात कही जो राहुल ने कही नहीं थी।
बीजेपी ने आज मंगलवार को कांग्रेस के बयानों पर तो जवाबतलबी की है, लेकिन बीजेपी खुद चीन, आरएसएस के संबंध में राहुल की बातों पर चुप्पी साध गई है। बीजेपी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का बचाव तक नहीं किया। बीजेपी ने आरएसएस पर राहुल के बयान की काट नहीं की।
बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को कांग्रेस नेता पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, बीजेपी बड़ी पीड़ा के साथ जोर देकर कहना चाहेगी कि राहुल गांधी ने अपने भाषणों में भारत के लोकतंत्र, राजनीति, संसद, राजनीतिक व्यवस्था और न्याय व्यवस्था को शर्मसार करने की कोशिश की है।"
राहुल गांधी ने लंदन में एक कार्यक्रम में सवाल किया था, "लोकतंत्र के रक्षक यूरोप और अमेरिका क्या इस बात से बेखबर थे कि भारत में लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा कैसे नष्ट हो गया था।"
बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनकी पूर्ववर्ती सोनिया गांधी को टिप्पणियों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। प्रसाद ने कहा, "राहुल गांधी चाहते हैं कि यूरोप और अमेरिका को लोकतंत्र को बचाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए? सरकार चाहे किसी की भी हो, हम अपने आंतरिक मामलों में किसी भी हस्तक्षेप के सख्त खिलाफ रहे हैं। किसी भी विदेशी देश को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।"
रविशंकर ने कहा - श्री खड़गे, बीजेपी जानना चाहती है, अगर आपको लगता है कि आप कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष हैं, तो क्या आप राहुल गांधी की गैर जिम्मेदाराना और शर्मनाक टिप्पणियों का समर्थन करते हैं कि अमेरिका और यूरोप को भारत में लोकतंत्र बहाल करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए? यदि आप नहीं करते हैं तो उन्हें अस्वीकार करें। सोनिया जी, बीजेपी आपसे आग्रह करना चाहेगी कि आप पूरी तरह से गैर-जिम्मेदार टिप्पणियों पर अपना रुख स्पष्ट करें।
इस बीच राहुल गांधी के हमले का सिलसिला जारी है। सोमवार देर शाम लंदन के थिकंटैंक चैथम में राहुल गांधी ने कहा आरएसएस एक फासिस्ट संगठन है। राहुल ने आरएसएस पर भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया।
यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि राहुल ने यह कभी नहीं कहा कि यूरोप और अमेरिका भारत में दखल दें। राहुल के कहने का आशय ये था कि खुद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा रक्षक बताने वाले क्या भारत के हालात से परिचित हैं। लेकिन बीजेपी राहुल के इस बयान को भी भारत विरोधी मान रही है।
सत्य हिन्दी में प्रकाशित वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग ने आज यही बात कही है कि प्रधानमंत्री मोदी विदेश में जाकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों का जो मजाक उड़ाते रहे हैं, उसे क्यों नहीं देखा जाना चाहिए। अब राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए बयान से बीजेपी क्यों तिलमिलाई हुई है।