बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 94 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम ख़त्म हो गया। राज्य के 17 ज़िलों में स्थित इन सीटों पर मतदान 3 दिसंबर यानी मंगलवार को होगा।
दूसरे चरण में होने वाले मतदान के लिए 1,463 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 146 महिलाएं हैं। राज्य के 2.85 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सबसे अधिक 27 उम्मीदवार महाराजगंज सीट पर हैं। सबसे कम चार उम्मीदवार दरौली सुरक्षित सीट पर किस्मत आज़मा रहे हैं।
1,463 उम्मीदवार मैदान में
चुनाव आयोग ने कहा है कि उसने दूसरे चरण के मतदान के लिए 41,362 बूथ बनाए हैं। इन सीटों के लिए राष्ट्रीय जनता दल ने 56, बीजेपी ने 46, जनता दल युनाइटेड ने 43, आरएलएसपी ने 36 और कांग्रेस ने 24 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।दूसरे चरण के मतदान में महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में आरजेडी के तेजस्वी यादव हैं, जो वैशाली ज़िले के राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा पटना के बांकीपुर से किस्मत आज़मा रहे हैं। उनके ख़िलाफ़ बीजेपी विधायक नितिन नबीन मैदान में हैं।
अहम सीटें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक गाँव हरनौत में भी मतदान दूसरे चरण में ही होगा। यह नालंदा ज़िला में स्थित है। इसके अलावा जो लोग दूसरे चरण में मैदान में हैं, उनमें प्रमुख हैं- पटना साहिब से सड़क निर्माण मंत्री व बीजेपी उम्मीदवार नंद किशोर यादव, नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री जनता दल युनाइटेड श्रवण कुमार, मधुबन से सहकारिता मंत्री व बीजेपी उम्मीदवार राणा रणधीर सिंह और जनता दल युनाइटेड के उम्मीदवार व राज्य मंत्री रामसेवक सिंह हथुआ से।जनता दल युनाइटेड के चंद्रिका राय भी उम्मीदवार हैं, जिनके लिए मतदान दूसरे चरण में होगा। वह लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की अलग हुई पत्नी ऐश्वर्या राय के पिता हैं।
डबल युवराज बनाम डबल इंजन सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे चरण के मतदान के लिए रविवार को ज़ोरदार चुनाव प्रचार किया। उन्होंने चार चुनाव रैलियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री का पूरा ज़ोर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी को निशाना बनाना था। उन्होंने अपने भाषण में इन दोनों पर तंज किया डबल युवराज बनाम डबल इंजन की सरकार की बात कही।
मोदी ने तंज के साथ कहा, “उत्तर प्रेदश में भी दो युवराज गए, लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया तो उसमें एक युवराज बिहार आकर यहां के जंगलराज के युवराज से मिल गया।” उन्होंने अपील की कि बिहार की जनता इन डबल युवराजों को खारिज कर दे। समझा जाता है कि मोदी के डबल युवराज का मतलब तेजस्वी यादव-राहुल गांधी की जोड़ी है।
प्रधानमंत्री ने बार-बार जंगलराज की बात कही और ज़ोर दिया कि उस दौरान बिहार में कोई विकास कार्य नहीं हुआ, क्योंकि ठेकेदारों को काम शुरू करने के लिए पैसे देने पड़ते थे, इंजीनियरों का अपहरण हो जाता था। इस कारण तमाम उद्योग-धंधे बंद हो गए।
जंगलराज
मोदी ने जंगलराज की चर्चा करते हुए पहली बार वोट देने वालों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इन लोगों को यह नहीं पता कि जंगलराज क्या था, कैसा था, उन्हें बताने की ज़रूरत है, समझाने की ज़रूरत है ताकि वे लालटेन का अंधेरा वापस न आने दें।लालटेन राष्ट्रीय जनता दल का चुनाव चिह्न है।
तेजस्वी यादव ने प्रचार के अंतिम दिन 19 रैलियां कीं और प्रधानमंत्री से 11 सवाल पूछे। उनका ज़ोर बेरोज़गारी पर ही था। उन्होंने बार-बार 10 लाख रोज़गार सृजित करने का दावा किया और राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार पर चोट की।
प्रधानमंत्री से सवाल
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री से कई सवाल किए। उन्होंने कहा,- प्रधानमंत्री बताएं कि नल जल योजना पर शोर मचाने वाली बिहार की डबल इंजन सरकार कुल बजट का केवल 4% ही जल आपूर्ति और सैनिटेशन पर क्यों खर्च करती है
- प्रधानमंत्री बताएं कि देश के सबसे ग़रीब राज्यों में से एक बिहार में कुपोषण और भुखमरी पर कुल बजट का 2% से भी कम क्यों खर्च होता है 15 वर्ष से एनडीए सरकार रहने के बावजूद भी बिहार में कुपोषण और भुखमरी क्यों है
- प्रधानमंत्री बताएं कि बिहार के युवाओं को पीएचडी, इंजीनियरिंग, एमबीए और एमसीए करने के बाद भी चपरासी और माली बनने के लिए फॉर्म क्यों भरना पड़ता है
- प्रधानमंत्री बताएं कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र क्यों है बिहार में डबल इंजन सरकार में रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है
बिहार विधानसभा चुनाव का क्या नतीजा होगा और किसकी सरकार बनेगी, देखिए सत्य हिन्दी का यह वीडियो।