पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बुधवार शाम को हुए हमले के बाद राज्य की सियासत में उबाल आ गया है। ममता और उनकी पार्टी टीएमसी ने इसे जानबूझकर किया गया हमला बताया है तो बीजेपी-कांग्रेस ने इसे नौटंकी करार दिया है। हमले के बाद ममता को बुधवार रात को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कोलकाता लाया गया, जहां एसएसकेएम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टर्स के मुताबिक़, ममता के पांव, कंधे और गर्दन में चोट है और उन्हें पेनकिलर्स दी गई हैं। ममता पर हमले के मामले में टीएमसी के नेता डेरेक ओ ब्रायन और चंद्रिमा भट्टाचार्य गुरूवार दिन में चुनाव आयोग पहुंचे। इस मामले में चुनाव आयोग ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक रिपोर्ट मांगी है।
एएनआई के मुताबिक़, ममता का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने कहा, “शुरुआती जांच में पता चला है कि ममता के बाएं टखने, पांव में गंभीर चोट लगी है। उनके दाहिने कंधे, कलाई और गर्दन में भी चोट है। मुख्यमंत्री ने सीने में दर्द, सांस लेने में घबराहट होने की शिकायत की है। उन्हें 48 घंटे की सघन निगरानी में रखा गया है।” इसके अलावा ममता के कई टेस्ट भी कराए गए हैं और बाएं पांव का एक्स रे कराया गया है।
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ममता के पांव में प्लास्टर चढ़ा है। ममता के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने प्लास्टर चढ़े होने की फ़ोटो को फ़ेसबुक पर पोस्ट किया है। अभिषेक ने लिखा है कि बीजेपी को ख़ुद को 2 मई को बंगाल के लोगों की ताक़त देखने के लिए तैयार कर लेना चाहिए। 2 मई को बंगाल के साथ ही चार और चुनावी राज्यों के नतीजे आने हैं।
ममता ने बुधवार शाम को कहा था कि उनके बाएं पैर पर किसी ने गाड़ी चढ़ा दी और इससे उनके पैर में सूजन आ गई है। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान उनके आसपास स्थानीय पुलिस का कोई अफ़सर या कर्मचारी नहीं था, वहां बहुत भीड़ थी और चार-पांच लोगों ने इस घटना को साज़िशन अंजाम दिया है।
66 साल की ममता बनर्जी ने बुधवार को ही नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया है और शाम के वक्त कई लोगों से मिलने के बाद और मंदिर दर्शन के बाद जब वह अपनी गाड़ी में बैठ रही थीं, तभी बुरूलिया बाज़ार में यह घटना हुई। घटना के बाद ममता के बाक़ी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया।
नड्डा के काफिले पर हुआ था हमला
बीते साल दिसंबर में जब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर बंगाल में हमला हुआ था, तब भी राज्य का सियासी माहौल बेहद गर्म हो गया था। बीजेपी ने कहा था कि राज्य में क़ानून का राज ख़त्म हो गया है और पुलिस ममता बनर्जी के इशारे पर काम कर रही है। नड्डा के काफिले में शामिल बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी हमला हुआ था।
बीजेपी-कांग्रेस ने बताया नौटंकी
बीजेपी और कांग्रेस ने ममता के आरोप को नौटंकी बताया है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने एएनआई से कहा कि नंदीग्राम में ममता की मुश्किलें बढ़ रही हैं इसलिए उन्होंने सोचा कि नौटंकी और पाखंड की ज़रूरत है। अधीर ने कहा कि यह ताज्जुब की बात है कि मुख्यमंत्री पर हमले के दौरान वहां पुलिस नहीं थी जबकि नंदीग्राम में पुलिस की जबरदस्त तैनाती है। उन्होंने कहा कि ममता के बयान पर विश्वास नहीं किया जा सकता है।
इस घटना को लेकर बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ‘आज तक’ से कहा है कि यह सहानुभूति बटोरने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में मुख्यमंत्री के ऊपर हमला हो जाए, वहां की क़ानून व्यवस्था कैसी है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने भी इसे नौटंकी बताया है।