घोसी के भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर स्याही किसने फेंकवाई?

02:18 pm Aug 21, 2023 | सत्य ब्यूरो

घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि उन पर स्याही फेंकना एक साजिश का हिस्सा है। चौहान ने विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाया है और कहा है कि यह विपक्ष की हताशा को दर्शाता है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष को आगामी उपचुनाव में हार का डर सता रहा है। लेकिन दारा का बयान किसी के गले नहीं उतर रहा है। क्योंकि स्याही फेंकने के आरोपी का बयान कुछ और है।

दारा सिंह चौहान ने कहा- “मैं एक कार्यक्रम में भाग लेने गया था जहाँ किसी ने मुझ पर स्याही फेंक दी। इससे साफ पता चलता है कि उन्हें चुनाव हारने का डर सता रहा है। समाजवादी पार्टी ने यह साजिश रची है। हमने पुलिस को सूचित कर दिया है। वे जांच कर रहे हैं। इसमें शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

घटना में नाटकीय मोड़

स्याही फेंकने के कांड में सोमवार 21 अगस्त को नाटकीय घटनाक्रम सामने आया। पुलिस इस घटना में मोनू यादव उर्फ डायमंड की तलाश कर रही थी। मोनू यादव नामक युवक सोमवार को थाने में सरेंडर के लिए प्रकट हुआ लेकिन खुद को पुलिस के हवाले करने से पहले उसने मीडिया से खुलकर बात की। मोनू यादव उर्फ डायमंड ने मीडिया के सामने कैमरे के सामने आकर बयान दिया कि उसे भाजपा नेता ने ही दारा सिंह चौहान पर स्याही फेंकने को कहा था। तो उसने इसलिए जाकर स्याही फेंक दिया। उसने मीडिया से कहा कि भाजपा नेता ने उससे कहा था कि घोसी सीट जरा फंस गई है तो यह कराना जरूरी है, ताकि जनता की हमदर्दी दारा सिंह चौहान के लिए हो सके।

दारा चौहान जब घोसी विधानसभा क्षेत्र के सराय लखंसी इलाके में रविवार को अपने शुभचिंतकों के एक समूह के बीच घूम रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने उन पर काली स्याही फेंकी। चौहान आगामी 5 सितंबर को होने वाले घोसी उपचुनाव के लिए आक्रामक रूप से प्रचार कर रहे हैं।चौहान के चेहरे पर स्याही के छींटे पड़ते ही कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। जब सुरक्षाकर्मियों ने उस व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश की, तो वह सफलतापूर्वक मौके से भाग गया। पुलिस ने हमलावर की पहचान मोनू यादव उर्फ डायमंड के रूप में की है। हालांकि उसने खुद ही सोमवार को सरेंडर कर दिया।

 

अखिलेश का जवाब

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दारा सिंह चौहान के आरोप पर कहा कि घोसी में सारे समीकरण ध्वस्त हो चुके हैं। सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को सभी धर्म के लोगों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने स्याही फेंकने की घटना पर कहा कि अपनों ने ही अपनों पर दाग लगाया। भाजपा हमदर्दी लेकर यह उपचुनाव जीतना चाहती है। लेकिन ये खेल पुराना हो गया है और जनता सब समझती है।

क्यों हो रहा है घोसी उपचुनाव

समाजवादी पार्टी के टिकट पर घोसी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक दारा सिंह चौहान के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद घोसी उपचुनाव आवश्यक हो गया था। इस्तीफे के बाद, चौहान भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और उन्हें भाजपा ने उपचुनाव में मैदान में उतारा है। जबकि समाजवादी पार्टी ने चौहान के सामने सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में चौहान को मैदान में उतारने के लिए पार्टी के वफादार सुधाकर सिंह को छोड़ दिया था।

जब दारा सिंह चौहान ने 16 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल किया, तो उनके साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी के प्रमुख संजय निषाद और उनके समर्थक थे। चौहान ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में कार्य किया था। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता अरुण राजभर ने भी बीजेपी के साथ सुर में सुर मिलाते हुए स्याही फेंकने की घटना के लिए समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है।

I.N.D.I.A के गठन और सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के भाजपा से गठबंधन करने के बाद यह पहला उपचुनाव है, जो यूपी में हो रहा है। हालांकि चुनाव से विधानसभा की सीटों पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है, दोनों पार्टियां घोसी में जीत हासिल करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही हैं, जिसका एक बड़ा कारण संसदीय चुनाव से पहले गैर-यादव ओबीसी पर लोकप्रियता का दावा करना है।