बीसीसीआई के अध्यक्ष पद को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थीं कि आख़िर बीसीसीआई का अध्यक्ष कौन बनेगा, मंगलवार को उन अटकलों पर विराम लग गया। भारत के 1983 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। ख़ास बात यह रही कि रोजर बिन्नी के सामने किसी दूसरे सदस्य ने अध्यक्ष पद का नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। ऐसे में रोजर बिन्नी का बीसीसीआई का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पहले की तरह बीसीसीआई के सचिव बने रहेंगे। जय शाह ने बीसीसीआई के सचिव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है।
भारत की 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी का बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर और वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की जगह अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। मंगलवार को रोजर बिन्नी ने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। ऐसा माना जा रहा है कि रोजर बिन्नी के सामने कोई दूसरा सदस्य अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल नहीं करेगा। ऐसे में रोजर बनने का बीसीसीआई का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
बीसीसीआई के इस चुनाव में मंगलवार सुबह उस समय अचानक उलटफेर हो गया जब मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले आशीष शेलार ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया था लेकिन अचानक मंगलवार को आशीष शेलार ने बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष का पर्चा भर दिया। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चाहते थे कि आशीष शेलार उनके बेटे के साथ बीसीसीआई की जनरल बॉडी में रहें। यही कारण रहा कि आशीष शेलार ने जहाँ कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया वहीं अमित शाह के बेटे जय शाह ने बीसीसीआई के सचिव पद के लिए लगातार दूसरे टर्म के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया।
सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई में जबसे जय शाह ने सचिव पद की कमान संभाली है तभी से बीजेपी की दखलअंदाजी बोर्ड में बढ़ गई है। यही कारण रहा कि जय शाह बोर्ड के सचिव बनने के कगार पर हैं वहीं आशीष शेलार को बोर्ड में कोषाध्यक्ष बनवा दिया गया है।
इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण कुमार धूमल ने चेयरमैन के लिए नामांकन दाखिल किया है। सूत्रों का कहना है कि धूमल के सामने भी किसी का नाम सामने नहीं आया और ऐसे में अरुण कुमार धूमल का भी आईपीएल का चेयरमैन बनना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई और आईपीएल पर अब पूरी तरह से बीजेपी का कब्जा होने जा रहा है।
बीसीसीआई के टॉप सूत्रों के हवाले से ख़बर सामने आई है कि सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर और बना रहना चाहते थे लेकिन जय शाह की दखलंदाजी के चलते गांगुली लगातार दूसरी बार बीसीसीआई का अध्यक्ष नहीं बन पाए।
गांगुली की जगह रोजर बिन्नी अब बीसीसीआई के अगले अध्यक्ष होंगे जिसकी घोषणा 18 अक्टूबर को होने वाली बोर्ड की वार्षिक सालाना बैठक में होगी। बेंगलुरु के रहने वाले रोजर बिन्नी बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष होंगे।
मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार जहां अब बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष होंगे वहीं वह अब मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष नहीं बन पाएंगे। इससे पहले आशीष शेलार ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के साथ एमसीए के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था लेकिन अचानक मंगलवार को उनकी बीसीसीआई में लॉटरी लग गई और उन्होंने कोषाध्यक्ष के लिए पर्चा दाखिल कर दिया। इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के क़रीबी देवजीत सैकिया नए संयुक्त सचिव होंगे। वह जयेश जॉर्ज की जगह लेंगे। इस तरह से बीसीसीआई की जनरल बॉडी में अब बीजेपी की तूती जमकर बोलने वाली है।
सूत्रों का कहना है कि रोजर बिन्नी 18 अक्टूबर को बीसीसीआई की कमान संभालेंगे। मध्यम गति के गेंदबाज रहे बिन्नी ने 1983 के विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। वर्ल्ड कप में बिन्नी ने आठ मैचों में 18 विकेट लिए थे और भारत को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।