दुनिया के सबसे बड़े धनकुबेर एलन मस्क ने जैसे ही ट्विटर को खरीदा, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर बहस छिड़ गई। ऐसा इसलिए कि एलन मस्क ही बार-बार ट्विटर पर अभिव्यक्ति की आज़ादी की बात उठाते रहे हैं।
मस्क ट्विटर के मॉडरेशन की आलोचना कर चुके हैं। खुद को स्वतंत्र अभिव्यक्ति के प्रति पूरी तरह समर्पित बताने वाले एलन मस्क ने कहा है कि ट्वीट्स को प्राथमिकता देने के लिए ट्विटर का एल्गोरिदम सार्वजनिक होना चाहिए और उन्होंने विज्ञापन देने वाले कॉर्पोरेट को बहुत अधिक तवज्जो देने की आलोचना की। एलन मस्क ने ही ट्वीट किया है, 'मुझे उम्मीद है कि मेरे सबसे बुरे आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे, क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है।'
उनका यह ट्वीट तब आया है जब ट्विटर पर 'लीविंग ट्विटर' हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। इसमें लोग आशंका जता रहे हैं कि अब पहले जैसा ट्विटर नहीं रहेगा और एक व्यक्ति का इस पर एकाधिकार होगा।
ट्विटर पर इसकी बहस इसलिए तेज हो गई है कि मस्क ने सोमवार को ट्विटर को 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीदने का सौदा किया है। ट्विटर के यूज़रों में करोड़ों लोग हैं और इसमें वैश्विक नेता से लेकर दुनिया भर के बड़े-बड़े उद्योगपति, वैज्ञानिक आदि शामिल हैं। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का नियंत्रण अब दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के हाथ में होगा।
राजनीतिक रूढ़िवादियों को उम्मीद है कि अब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जैसे प्रतिबंधित व्यक्तियों की उस तरह की निगरानी नहीं होगी और उनकी बहाली होगी। एलन मस्क ने खुद भी यूज़र के अनुकूल बदलाव की बात कही है, जैसे कि एक संपादन बटन और 'स्पैम बॉट्स' को हटाना। 'स्पैम बॉट्स' भारी मात्रा में अवांछित ट्वीट भेजते हैं। मस्क ने इसको लेकर ट्वीट किया था, 'अगर हमारी ट्विटर बोली सफल होती है, तो हम स्पैम बॉट्स को हरा देंगे या कोशिश करते हुए मिट जाएंगे!'
मस्क ने एक बयान में कहा, 'स्वतंत्र अभिव्यक्ति एक सुचारू लोकतंत्र का आधार है, और ट्विटर डिजिटल टाउन स्क्वायर है जहां मानवता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मामलों पर बहस होती है।'
मस्क के इस विचार से कई लोग सहमत हैं तो कई लोगों ने कुछ अंदेशा भी जताया है। जॉर्ज मॉबिओट ने ट्वीट किया है, 'एलन मस्क ने अपनी खुद की स्वतंत्रता को बढ़ाया है- सत्ता चलाने और अपनी छवि में ही दुनिया को गढ़ने के लिए। क्या वह किसी और की वृद्धि करेंगे? एक सामान्य नियम के रूप में, अरबपति हमारी क़ीमत पर ताक़त हासिल करते हैं।'
एक यूज़र ने ट्वीट से ऐसा तंज कसा है जिसको 3 लाख से ज़्यादा लोगों ने लाइक किया है और 38 हज़ार से ज़्यादा रिट्वीट किया गया है। ट्वीट में लिखा है, 'एलन मस्क ने खुद को ट्विटर पर धमकाए जाने से रोकने के लिए जिस तरह से $43 बिलियन खर्च किए, वह पागलपन है। जबकि वह यह काम कम चिड़चिड़ा होकर भी आसानी से कर सकते थे।'
बहरहाल, मस्क की तारीफ़ करने वालों की तादाद कम नहीं है। माइके नाम के यूज़र ने एक तसवीर ट्वीट करते हुए लिखा है, 'एलन मस्क ने आख़िरकार ब्लू बर्ड (ट्विटर) को आज़ाद कर दिया।'
जोहन्ना क्रिडर नाम के यूज़र ने लिखा है, 'स्वतंत्र अभिव्यक्ति के लिए ट्विटर महत्वपूर्ण है और एलन मस्क का इसे खरीदना इस महत्वपूर्ण अधिकार की जीत है। ज़्यादातर अरबपति याच और फार्म या कुछ भी खरीदते हैं। एलन मस्क अपना पैसा मानवता की मदद करने के लिए लगाते हैं। और यह काफी सराहनीय है। सकारात्मक बदलाव के लिए उत्साहित हैं।'
ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसी ने भी ट्विटर को एलन मस्क के हाथों में जाने को अच्छा क़रार दिया है। उन्होंने कहा है, 'एलन का एक ऐसा मंच बनाने का लक्ष्य जो 'अधिकतम विश्वसनीय और व्यापक रूप से समावेशी हो, सही है। यही पराग का भी लक्ष्य है, और इसीलिए मैंने उन्हें चुना। कंपनी को असंभव स्थिति से बाहर निकालने के लिए आप दोनों का धन्यवाद। यह सही रास्ता है...मैं इसे पूरे दिल से मानता हूं।'
मस्क के क़दम से अरबपतियों द्वारा प्रभावशाली मीडिया प्लेटफॉर्म का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की परंपरा जारी है। पहले भी कई बड़े अरबपतियों ने बड़े-बड़े मीडिया हाउसों का अधिग्रहण किया है। इसमें अमेरिका में रूपर्ट मर्डोक का 1976 में न्यूयॉर्क पोस्ट का और 2007 में वॉल स्ट्रीट जर्नल का अधिग्रहण और जेफ बेजोस का 2013 में वाशिंगटन पोस्ट का अधिग्रहण शामिल है।
बता दें कि मस्क इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला और एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स के मुख्य कार्यकारी हैं। हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह ट्विटर पर कितना समय देंगे और किस हैसियत में काम करेंगे।