नीतीश की हमारे साथ वापसी बीजेपी के लिए तमाचा: तेजस्वी

07:57 pm Aug 12, 2022 | सत्य ब्यूरो

क्या अब विपक्षी एकता की नये सिरे से शुरुआत हुई है? आख़िर सोनिया गांधी से मुलाक़ात के बाद नीतीश कुमार के महागठबंधन में जुड़ने को लेकर तेजस्वी यादव बीजेपी के ख़िलाफ़ आक्रामक क्यों दिखे? कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाक़ात के बाद उत्साह से लबरेज बिहार के नए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीजेपी को बड़ा झटका लगा है।

उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार की 'समाजवादी परिवार' में वापसी बीजेपी के मुंह पर तमाचा है। तेजस्वी ने कहा कि क्षेत्रीय दलों को डराने या खरीदने की बीजेपी की कोशिश का उद्देश्य पिछड़े वर्गों और दलितों की राजनीति को ख़त्म करना है, क्योंकि ज्यादातर ऐसी पार्टियाँ समाज के ऐसे वर्गों का प्रतिनिधित्व करती हैं।

तेजस्वी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाक़ात के बाद दिल्ली में मीडिया से बात कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात की थी।

उन्होंने कहा कि 'बिहार में भाजपा के खिलाफ सभी दल अब एक ही पक्ष में हैं। नीतीश जी ने सही समय पर सही फैसला लिया। यह अब पूरे भारत में होगा।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भी राजद के साथ गठबंधन में वापस आने के निर्णय के साथ 'अपनी विचारधारा को बचा लिया'।

तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भी भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला किया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जाँच एजेंसियों से डरने की बजाय, वह उन्हें अपने घर पर कार्यालय खोलने के लिए तैयार हैं।

राजद नेता ने दावा किया कि केंद्र सरकार लगातार अपने इशारे पर केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई से उनके खिलाफ कार्रवाई करवा रही है, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं मिला है।

उन्होंने कहा था, 'सीबीआई को हमारे घर में ही एक कार्यालय खोलना चाहिए। मैं उन्हें खुद जगह दूंगा।' राजद नेता ने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों का ज़िक्र किया। बता दें कि हाल के समय में शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के कई नेताओं के ख़िलाफ़ केंद्रीय एजेंसियाँ कार्रवाई करती रही हैं।

तेजस्वी यादव ने कल कहा था, 'केंद्रीय एजेंसी भाजपा पार्टी के सेल की तरह काम कर रही है।' बहरहाल, उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के कई मामले हैं। अब तक सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और अन्य के ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए हैं। राजद प्रमुख द्वारा देश के रेल मंत्री के रूप में एक कंपनी को दिए गए कथित फेवर के संबंध में ये मामले दर्ज किए गए हैं।