कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करते हुए आज मंगलवार को कहा कि लगता है अशोक गहलोत की नेता वसुंधरा राजे हैं, सोनिया गांधी नहीं। हाल ही में अशोक गहलोत ने कहा था कि वसुंधरा राजे ने उनकी सरकार को बचाने में उस समय मदद की थी जब सचिन पायलट ने कुछ विधायकों के साथ 2020 में विद्रोह किया था। पायलट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मुख्यमंत्री का भाषण सुनने के बाद, मुझे लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि उनकी नेता वसुंधरा राजे हैं।" सचिन पायलट की ऐसी प्रतिक्रिया का इंतजार राजनीतिक हल्कों में पहले से ही था। उनके और अशोक गहलोत के बीच बयानबाजी शुरू होने से कांग्रेस को ही ज्यादा नुकसान होगा। राज्य में इसी साल चुनाव है।
सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की। फिर वह कहते हैं कि एक भाजपा नेता ने उनकी सरकार को बचाने में मदद की। उन्हें इस विरोधाभास को स्पष्ट करना चाहिए। पायलट ने गहलोत पर अपनी ही पार्टी के विधायकों का अपमान करने और चुनाव से पहले अपनी ही पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
धौलपुर में एक रैली में, मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि वसुंधरा राजे और दो अन्य भाजपा नेताओं ने उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी और विधायकों को भाजपा में जाने और उनकी सरकार को गिराने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी।
गहलोत का बीजेपी से गुप्त समझौताः अशोक गहलोत पर भाजपा नेताओं के साथ गुप्त समझौते के कारण जांच को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा- अब मुझे समझ में आया कि मेरे बार-बार अनुरोध के बावजूद वसुंधरा राजे सरकार द्वारा अपने समय में किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।"
मैंने बहुत सहन कियाः पायलट
पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि मैंने पिछले ढाई वर्षों में गहलोत के बहुत हमलों को सहन किया है। उनकी इस तरह की गालियों के बावजूद, मैंने कुछ नहीं कहा क्योंकि मैं पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था। मुझ पर देशद्रोही होने का आरोप लगाया गया था। 2020 में, हम राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे। हमने अहमद पटेल से बात की थी और एक रोडमैप तैयार किया था।
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अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी का भी अपमान किया है।
-सचिन पायलट, कांग्रेस नेता, राजस्थान 9 मई 2023
पायलट ने राजस्थान चुनाव से महीनों पहले सरकार के भ्रष्टाचार और युवाओं से संबंधित मुद्दों को उजागर करने के लिए अजमेर से जयपुर तक "जन संघर्ष यात्रा" निकालने की भी घोषणा की। पायलट ने कहा कि यह यात्रा किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं बल्कि करप्शन के खिलाफ होगी।