देश का राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। विपक्षी दलों ने अपनी पहली एकजुटता बैठक पटना में की थी। तब तक भाजपा एनडीए को फिर से खड़ा करने के बारे में नहीं सोच रही थी और विपक्ष की एकजुटता और उनमें शामिल पार्टियों पर कटाक्ष कर रही थी। इस दौरान महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना के टूटने के बाद एनसीपी भी टूट गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने अपनी दो रैलियों में आगामी लोकसभा चुनाव को पीएम मोदी बनाम राहुल गांधी बताया। लेकिन विपक्ष इन सब घटनाक्रमों से प्रभावित हुए बिना अपनी रणनीति में लगा रहा। इसमें कांग्रेस मुख्य भूमिका में है। उसने आम आदमी पार्टी तक से दूरियां मिटाने की कोशिश की। बेंगलुरु बैठक में शामिल होने वाली पार्टियों की तादाद अब 24 से 26 हो गई है।
- तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम आज शाम को बेंगलुरु पहुंच गईं।
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव बेंगलुरु पहुंच चुके हैं। कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल और लक्ष्मी हेब्बालकर ने उनका स्वागत किया।
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- "...दो-तिहाई आबादी बीजेपी को हराने जा रही है। मुझे उम्मीद है कि देश की जनता बीजेपी को करारी शिकस्त देगी...मुझे हर तरफ से इनपुट मिल रहे हैं। देश से बीजेपी का सफाया हो जाएगा...''
- संयुक्त विपक्ष की बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी बेंगलुरु पहुंचे। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया।
- संयुक्त विपक्ष की बैठक के लिए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती बेंगलुरु पहुंचीं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला के भी देऱ शाम तक पहुंचने की उम्मीद है। वो दिल्ली से रवाना हो चुके हैं।
- सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने विपक्ष की बेंगलुरु बैठक पर कहा - "यह दूसरी बैठक है...हमारे देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने के लिए सभी राजनीतिक दल एक साथ आए हैं...विपक्षी एकता पहले से ही एक बड़ा प्रभाव पैदा कर रही है और हम 2024 में सरकार बनाएंगे।'
- कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक के लिए दिल्ली से रवाना हो गए।
- कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा - "मुद्दे क्या होंगे, 2024 का एजेंडा क्या होगा और हमारी संयुक्त कार्रवाई क्या होगी...इस पर विस्तृत चर्चा होगी...विपक्ष का नाम भी बैठक में ही तय होगा..."
- कर्नाटक के पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने विपक्ष की बैठक पर कहा- "वे (विपक्षी दल) इसे 'महागठबंधन' कह रहे हैं, लेकिन वास्तव में इसमें कोई 'बंधन' नहीं है...उनका एकमात्र उद्देश्य पीएम मोदी को गिराना है, जो असंभव है...।जब शून्य में शून्य जोड़ा जाता है, तो कुछ भी नहीं आता है।”
- कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी के बयान पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा- ..."अगर वो (कुमारस्वामी) वास्तव में बीजेपी के खिलाफ लड़ने में रुचि रखते हैं, तो हम एजेंडे पर इस पर चर्चा करेंगे।"
- बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा- "पीएम और बीजेपी हैरान हैं। विपक्ष की पटना बैठक के बाद पीएम को अचानक एनडीए का ख्याल आया। एनडीए में नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है। अचानक खबर आई कि कल एनडीए की बैठक बुलाई गई है. यह पटना की बैठक का नतीजा है...।''
- आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा का कहना है- ''विपक्षी एकता देखने के बाद बीजेपी की रातों की नींद उड़ गई है। लेकिन, जो अधिक महत्वपूर्ण है वह यह है कि पार्टी के नेताओं से ज्यादा लोग एक साथ आ रहे हैं...।"