यूपी के पूर्व मंत्री और बीजेपी से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर कुशी नगर में हमला किया गया। कुशीनगर में 3 मार्च को मतदान होगा। लेकिन उससे पहले इस तरह की घटना हो गई। इसका चुनाव पर असर पड़ना तय है। इस हमले में स्वामी के समर्थक और सपा कार्यकर्ता बड़ी तादाद में जख्मी हो गए। घटना के विरोध में स्वामी प्रसाद मौर्य धरने पर बैठ गए हैं। उनकी बेटी और बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने आरोप लगाया है कि दंगा मुक्त प्रदेश का दावा करने वाली बीजेपी ने मेरे पिता पर हमला कराया है।
कुशीनगर और फाजिलपुर के बीच खलवा पट्टी में स्वामी प्रसाद मौर्य का रोड शो निकल रहा था। उसी दौरान कुछ अराजक तत्वों ने रोड शो पर हमला कर दिया। हमले का आरोप बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र कुशवाहा पर लगाया गया है।
इस हमले की सूचना जैसे ही उनकी सांसद बेटी संघमित्रा मौर्य को मिली तो वो भी घटनास्थल पर जा पहुंचीं। उन्होंने इस हमले में बीजेपी का हाथ बताया। हमारे कार्यकर्ताओं को मारा गया। कितनों के सिर फट गए। जो पार्टी दंगा मुक्त प्रदेश का दावा करती थी, वो उसकी असलियत सामने आ गई। लेकिन जनता जरूर इस हमले का बदला लेगी।
स्वामी प्रसाद पहले बीजेपी में थे और मंत्री थे। लेकिन चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले उन्होंने बगावत कर दी। उनके बगावत करते ही बीजेपी के कई ओबीसी विधायकों और दो मंत्रियों ने बीजेपी छोड़ दी।
स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले में कई गाड़ियों को निशाना बनाया गया। (फोटो सोशल मीडिया))
स्वामी प्रसाद मौर्य के बीजेपी छोड़ने से यूपी की ओबीसी राजनीति प्रभावित हो गई। उसने सारे समीकरण बिगाड़ दिए। बीजेपी को कई टिकट काटने पड़े, प्रत्याशी बदलने पड़े। बहुत सारे लोगों ने बीजेपी छोड़ी लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी की नजरों में खटक रहे हैं।