क्या कांग्रेस अपनी सामाजिक छवि में आमूलचूल परिवर्तन करने रही है? क्या वह अपने सदस्यों में एक आदर्श अनुशासन लाना चाहती है? ये सवाल इसलिए कि कांग्रेस ने अपने नए सदस्यता फॉर्म में कई अहम बदलाव किए हैं। पार्टी में शामिल होने वाले नए सदस्यों को शराब और ड्रग्स से दूर रहने का संकल्प लेना होगा। इसके अलावा सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करने का वचन भी देना होगा।
सदस्यता अभियान शुरू किए जाने से पहले कांग्रेस ने सदस्यता फॉर्म तैयार किया है। पार्टी में शामिल होने के इच्छुक लोगों की व्यक्तिगत घोषणा के लिए 10 बिंदुओं की रूपरेखा तैयार की गई है।
कांग्रेस एक नवंबर से सदस्यता अभियान शुरू करने वाली है। यह अगले साल मार्च तक चलेगा। इसके लिए तैयार किए गए आवेदन में सदस्य बनने के इच्छुक लोगों को अपनी स्वीकृति देनी होगी। 16 अक्टूबर को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में यह फ़ैसला किया गया था कि संगठनात्मक चुनाव से पहले पार्टी सदस्यता अभियान चलाएगी।
सीडब्ल्यूसी ने पिछली बैठक में फ़ैसला लिया है कि अगले साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा।
नये आवेदन में यह भी कहा गया है कि सभी नये सदस्यों को संकल्प लेना होगा कि वे किसी भी सामाजिक भेदभाव वाली गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। इसके बदले वे सामाजिक भेदभाव को समाज से ख़त्म करने के लिए काम करेंगे।
आवेदन के शपथ-पत्र में कहा गया है, 'मैं खादी पहनने का आदी हूँ। मैं शराब और ड्रग्स का नशा नहीं करता हूँ। मैं सामाजिक भेदभाव और पक्षपात नहीं करता। इसे समाज से ख़त्म करने में विश्वास रखता हूँ। मैं वर्किंग कमिटी द्वारा दिए गए किसी भी प्रकार के शारीरिक मेहनत सहित सभी काम करने के लिए तैयार हूँ।'
पार्टी ने अपने आवेदन पत्र में कहा है कि इसका उद्देश्य सभी भारतीयों की प्रगति और कल्याण है। संसदीय लोकतंत्र पर आधारित समाजवादी राज्य के उद्देश्य का भी ज़िक्र किया गया है। कांग्रेस ने इसमें यह भी कहा है कि वह एक ऐसा शासन चाहती है जहाँ आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक अधिकारों और अवसर की समानता हो।