कांग्रेस ने आज शनिवार 25 फरवरी को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वो विपक्षी एकता में शामिल होने और कुर्बानी देने के लिए तैयार है। रायपुर में चल रहे कांग्रेस के पूर्ण सत्र में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी के बाद संबोधित किया और विपक्षी एकता की बात कही। बाद में कांग्रेस ने इस संबंध में प्रस्ताव भी पारित किया। पार्टी ने कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए हैं।
रायपुर में शनिवार को सोनिया गांधी और खड़गे।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के पूर्ण सत्र में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी से लड़ने के लिए समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दलों की "पहचान, लामबंदी और गठबंधन" की बात कही है। पार्टी ने विपक्षी एकता के लिए नए सिरे से जोर दिया। पार्टी ने रायपुर में अपने सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में कहा कि तीसरा मोर्चा सिर्फ चुनाव में बीजेपी की मदद करेगा।
एनडीटीवी के मुताबिक प्रस्ताव में कहा गया है कि धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी ताकतों की एकता कांग्रेस पार्टी के भविष्य की पहचान होगी। कांग्रेस को समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष ताकतों की पहचान करने, लामबंद करने और संरेखित करने के लिए बाहर जाना चाहिए। हमें धर्मनिरपेक्ष क्षेत्रीय ताकतों को शामिल करना चाहिए जो हमारी विचारधारा से सहमत हैं। वैचारिक आधार पर एनडीए का मुकाबला करने के लिए एकजुट विपक्ष की तत्काल आवश्यकता है। किसी तीसरी ताकत के उभरने से बीजेपी/एनडीए को फायदा होगा।
पीटीआई के मुताबिक अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा-
“
पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठजोड़ करने की उम्मीद कर रही है। उन्होंने कहा, मौजूदा कठिन परिस्थितियों में कांग्रेस देश में एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सक्षम और निर्णायक नेतृत्व प्रदान कर सकती है। 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने ही देश के लोगों की सेवा की।
-मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष, रायपुर सम्मेलन 25 फरवरी 2023
एनडीटीवी के मुताबिक विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस की यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब क्षेत्रीय दल राष्ट्रीय चुनावों के लिए तीसरे मोर्चे का विचार पेश कर रहे हैं। भारत राष्ट्र समिति (जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के नाम से जाना जाता था) के अध्यक्ष तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार सहित कई विपक्षी नेताओं के साथ बैठकें की हैं। लेकिन पवार जैसे दिग्गज राजनेताओं ने कहा है कि कांग्रेस के बिना कोई मोर्चा खड़ा नहीं हो सकता है।
कांग्रेस के अन्य प्रस्ताव
रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस संविधान में कई संशोधन के बाद निम्न प्रस्ताव भी पारित किए गएः
- कांग्रेस कमेटियों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए 50 फ़ीसदी कोटा।
- 50 फ़ीसदी कोटा 50 की उम्र से कम युवाओं और महिलाओं को।
- पार्टी अब सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप करेगी।
- बूथ कमेटी पार्टी की सबसे निचली इकाई होगी।
- कांग्रेस के फॉर्म में माँ और पत्नी का भी नाम होगा।
- ट्रांसजेंडर को भी मान्यता। पार्टी में ट्रांसजेंडर को पार्टी पहचान देगी।
- आठ के बजाय अब छह पीसीसी सदस्यों पर एक एआईसीसी सदस्य चुना जाएगा।
- कांग्रेस कार्यसमिति में अब 35 सदस्य होंगे। जिसमें 50 फ़ीसदी एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को जगह मिलेगी।