सोशल मीडिया पर गुरुवार को भाजपा के आधिकारिक ट्विटर (एक्स) हैंडल पर एक पोस्टर दिखा, जिसका शीर्षक था- द क्राउन। इस पोस्टर में पूछा गया कि क्या प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी को मात देकर ताज छीन लेंगी। क्राउन यानी ताज भाई-बहन जोड़ी की मां सोनिया गांधी ने पहन रखा है। द क्राउन मशहूर वेब सीरीज है। लेकिन उसी के पोस्टर की नकल करते हुए इस पोस्टर को बनाया गया है और इसका नाम दिया गया है- द क्राउन, ए कांग्रेस ओरिजिनल सीरीज। कांग्रेस ने इस पोस्टर को कोई तवज्जो नहीं दी है।
गांधी परिवार और खासकर राहुल-प्रियंका के रिश्तों को लेकर भाजपा का नफरती अभियान काफी दिनों से चल रहा है। पिछले रविवार को भाजपा ने एक वीडियो जारी कर सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच भाई-बहन के रिश्ते में सब कुछ ठीक है। वीडियो में दावा किया गया कि कांग्रेस प्रियंका को एक राजनीतिक प्रॉपर्टी के रूप में कम महत्व दे रही है। इससे उनके और राहुल के बीच प्रतिद्वंद्विता बढ़ रही है। सोनिया गांधी अब बुजुर्ग हो चुकी हैं, लेकिन भाजपा नेता व्यक्तिगत हमलों में उनकी उम्र का भी ख्याल नहीं कर रहे हैं।
गांधी परिवार के खिलाफ इस अभियान को प्रियंका गांधी ने तो पहले भी खुलकर जवाब दिया है। लेकिन राहुल ने कभी व्यक्तिगत हमले को तवज्जो नहीं दी। रक्षाबंधन वाले प्रकरण में प्रियंका ने फिर से करारा जवाब दिया था लेकिन अब क्राउन जैसे पोस्टरों का संज्ञान लेना उन्होंने छोड़ दिया है। द क्राउन पोस्टर जारी करने वाले गुरुवार को इस बात से आहत होंगे कि प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के कई फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा को गुरुवार को एक साल पूरा हुआ है। प्रियंका ने अपने भाई के लिए ट्वीट में लिखा है- भारत जोड़ो यात्रा भारत माता की आवाज है। भारत माता की संतानों की आवाज है। भारत के किसानों, श्रमिकों, महिलाओं व नौजवानों की आवाज है। भारत की सीमा के प्रहरियों, देश की प्रगति के पैरोकारों की आवाज है। भारत जोड़ो सदा की आवाज है, देश की फिजा की आवाज है।
पिछले रविवार को जो वीडियो भाई-बहन के रिश्तों पर आया था, उसकी भाषा ठीक नहीं थी। अगर किसी परिवार में कुछ चल रहा है तो दूसरे दल को उस पर बोलने का अधिकार कैसे है। क्या कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी के अतीत, व्यक्तिगत जीवन पर इस तरह का वीडियो नहीं बना सकती लेकिन तब भाजपा इसे भारत के प्रधानमंत्री पर हमला बता देगी। रविवार को आए वीडियो में भाजपा ने कहा था- "राहुल गांधी और प्रियंका का रिश्ता आम भाई-बहन जैसा नहीं है। प्रियंका, राहुल से तेज़ हैं, लेकिन पार्टी राहुल के इशारों पर नाच रही है और सोनिया गांधी भी पूरी तरह से उनके साथ हैं! यही वजह है कि प्रियंका घमंडिया गठबंधन की बैठकों से नदारद हैं। भाजपा ने वीडियो के कैप्शन में लिखा- देखें कि कैसे बहन का इस्तेमाल सिर्फ चुनाव अभियानों के लिए किया जा रहा है।''
भाजपा ने रक्षा बंधन त्यौहार के जरिए भी दरार डालनी चाही। उसने यह मुद्दा बनाया कि राहुल गांधी रक्षा बंधन वाले दिन कर्नाटक में थे और बहन से राखी नहीं बंधवाई। भाजपा के इस प्रचार पर गैर कांग्रेसियों तक ने तीखी प्रतिक्रिया दी। खुद प्रियंका गांधी ने सफाई दी और भाजपा को आड़े हाथों लिया।
दरअसल, रक्षाबंधन वाला मुद्दा भाजपा आईटी सेल के अमित मालवीय ने अपने लंबे-चौड़े ट्वीट के जरिए उठाया था। लेकिन प्रियंका गांधी उस ट्वीट से बहुत नाराज हुईं और उन्होंने अपना और राहुल गांधी के बचपन का फोटो ट्वीट करते हुए लिखा- बीजेपी वालों, महंगाई और बेरोजगारी के इस दौर में यही बकवास मुद्दा बचा है? सॉरी….मगर आपके छोटे दिमाग का यह सपना कभी साकार नहीं होगा। मेरे भाई और मेरे बीच एक दूसरे के प्रति सिर्फ़ प्रेम, विश्वास, आदर और वफ़ादारी है और हमेशा के लिए रहेगी। वैसे घबराओ मत, आपके झूठ, लूट और खोखले प्रचार के अहंकार को हम दोनों बहन-भाई - देश के करोड़ों बहन-भाईयों के साथ मिलकर तोड़ेंगे। रक्षा बंधन की शुभकामनाएँ। भाई-बहन के बीच प्रेम का उत्सव है, इसे सकारात्मक भाव से मनाइएगा। प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद भाजपा का गांधी परिवार के खिलाफ प्रचार बंद हो जाना चाहिए था लेकिन वो रुका नहीं।
इस मुद्दे पर शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा के नजरिए के लिए उसके आधिकारिक हैंडल की निंदा की। “बीजेपी हैंडल द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो की भाषा और सामग्री से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि स्क्रिप्ट सिली सोल्स प्रोडक्शन द्वारा लिखी गई है और फुलिश ट्रॉल्स कंपनी द्वारा निर्मित है। हमें इस बात पर दया आनी चाहिए कि भाजपा सत्ता में बने रहने की अपनी हताशा के लिए किस नए स्तर पर जा सकती है।''