महाराष्ट्र में फिर से रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। गुरुवार को एक दिन में ही 35 हज़ार 952 संक्रमण के मामले आए। 24 घंटे में 111 लोगों की मौतें हुई हैं। राज्य में एक दिन पहले ही 31 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए थे। मुंबई में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन 5 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर है और यह पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ी से फैल रहा है। जब पहली लहर आई थी तो एक दिन में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पिछले साल 11 सितंबर को आए थे और तब 24 हज़ार 886 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए थे। यानी इस बार अब तक ही डेढ़ गुना ज़्यादा मामले आ चुके हैं।
राज्य में अब तक 26 लाख 833 संक्रमण के मामले आ चुके हैं। इसमें से 22 लाख 83 हज़ार लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में अब तक 53 हज़ार 795 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिए मामले भी 2 लाख 62 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं।
चिंता की बात यह है कि अब नये क़िस्म का कोरोना फैल रहा है। 'डबल म्यूटेंट' संक्रमण के मामले भी राज्य में आए हैं। राज्य के कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। हाल ही में नांदेड़ और बीड़ शहरों में पूरी तरह लॉकडाउन लगाया गया है।
स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो 1 अप्रैल से लागू होंगे। दिशा निर्देश में कहा गया है कि हर राज्य और केंद्र-शासित क्षेत्र अपने आकलन और अपनी ज़रूरत के हिसाब से स्थानीय, शहर-कस्बा, डिवीजन-सब डिवीज़न के स्तर पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ही कहा है कि देश में एक नये क़िस्म का कोरोना पाया गया है- डबल म्यूटेंट। इससे संक्रमित लोग देश के 18 राज्यों में पाए गए हैं।
हालाँकि देश में कई और क़िस्म के कोरोना संक्रमण पाए गए हैं। इसमें यूके स्ट्रेन, दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन और ब्राज़ीलियन स्ट्रेन शामिल हैं।
18 राज्यों के 10,787 नमूनों में से 771 ज्ञात केसों के मामले सामने आए हैं। इसमें से 736 ब्रिटेन की क़िस्म वाले कोरोना संक्रमण के मामले, 34 दक्षिण अफ्रीकी और एक ब्राजील की क़िस्म का कोरोना संक्रमण का मामला पाया गया है।
कोरोना की यह लहर कब तक?
कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी आई है वह अगले महीने यानी अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में अपने शिखर पर होगी। यानी हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले अप्रैल तक बढ़ते रहने के आसार हैं। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया यानी एसबीआई ने एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना संक्रमण में यह तेज़ी साफ़ तौर पर दूसरी लहर की ओर संकेत देते हैं।
कितने दिन तक कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर रहेगी, इसकी संभावना भी रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट का अनुमान है कि दूसरी लहर 100 दिन तक रह सकती है। दूसरी लहर को 15 फ़रवरी से गिना जा सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब तक जैसी स्थिति दिख रही है उससे लगता है कि दूसरी लहर में क़रीब 25 लाख लोग संक्रमित होंगे।
संक्रमण से पार पाने के लिए जो केंद्र सरकार ने रणनीति अपनाई है उस बारे में भी रिपोर्ट में कहा गया है। इसमें कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन या पाबंदियाँ अप्रभावी रही हैं और बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान ही एक उम्मीद की कीरण है जिससे इस लड़ाई को जीता जा सकता है।
रिपोर्ट में राज्यों में टीकाकरण की गति में वृद्धि के लिए भी सुझाव दिया गया है। मौजूदा समय में 34 लाख से बढ़ाकर 40-45 लाख प्रतिदिन टीकाकरण करने का मतलब है कि 45 साल से अधिक उम्र के नागरिकों का टीकाकरण अब से चार महीने में पूरा किया जा सकता है।