ऐसी नफ़रत! 3 के हाथ-पैर तोड़े और ट्रैक्टर से कुचला

08:32 am Nov 30, 2020 | संजीव श्रीवास्तव - सत्य हिन्दी

इतनी नफ़रत! पहले दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। हाथ-पैर और पसलियाँ तोड़ डालीं। फिर ट्रैक्टर से बांधा। क़रीब आधा किलोमीटर घसीटा। यही नहीं, ट्रैक्टर से उन्हें बार-बार रौंदा। मौत होने तक। एक नहीं, तीन को मौत के घाट उतारा। और आरोपी आरोपी तो ख़ुद ट्रैक्टर चलाकर थाने पहुँच गया घटना की जानकारी देने के लिए।

विवाद मामूली ज़मीन का था। मृतक और हत्या के आरोपी क़रीबी रिश्तेदार चचेरे भाई ही हैं। लेकिन जब नफ़रत हावी हुई तो अमानवीयता की सारी हदें लाँघ दीं।

घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगे होशंगाबाद ज़िले की है। एक ही परिवार के तीन लोगों की बर्बरता से हत्या कर दी गई। ज़मीन के विवाद को लेकर हत्या करने वाले मृतकों के परिवार के क़रीबी रिश्तेदार हैं। पुलिस ने कुल 10 लोगों के ख़िलाफ़ हत्या का केस दर्ज करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वारदात होशंगाबाद ज़िले की सिवनी मालवा तहसील से 20 किलोमीटर दूर आयपा गाँव की है। ज़मीन को लेकर विवाद हुआ। राजेन्द्र सिंह, कुंअर सिंह और उनके पिता बालाराम ने 15 दिन पहले आधा एकड़ ज़मीन खरीदी थी। इसी ज़मीन से लगी अन्य आधा एकड़ ज़मीन का सौदा भी बालाराम परिवार ने कर लिया था। अगले 15 दिनों में दूसरी ज़मीन भी वे खरीदने वाले थे। 

इसी गाँव में रहने वाले चचेरे भाई अनवर यदुवंशी को भाइयों द्वारा सौदा करना रास नहीं आया था। असल में ख़रीदी गई ज़मीन अनवर के घर के पीछे थी। अनवर स्वयं ज़मीन को खरीदने का इच्छुक था। उसने भाइयों के सामने अपनी इच्छा का इजहार भी कर दिया था। मगर सौदा करने में भाई पीछे नहीं रहे थे।

पुलिस के अनुसार, अनवर ने शनिवार को अपने साथियों को लेकर बालाराम के परिवार पर हमला बोल दिया। राजेन्द्र, कुंअर और बालाराम को अनवर एवं उसके साथियों ने पहले तो दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, तीनों के हाथ-पैर और पसलियाँ तोड़ डालीं।

बाद में अनवर ने तीनों को अपने ट्रैक्टर से बांधा और घसीटते हुए क़रीब आधा किलोमीटर दूर स्थित अपने घर ले आया। भनक लगने पर बालाराम की पत्नी और उनका पोता आयुष मौक़े पर पहुँचा तो आरोपियों ने इन्हें भी जमकर पीटा। कोई बीच-बचाव के लिए नहीं आया। पिटाई से सभी बेसुध हो गये।

ख़ुद आरोपी ने पुलिस को बताया

अनवर और उसके साथी यहीं पर नहीं रुके। अनवर ने अपना ट्रैक्टर कुंवर सिंह, राजेन्द्र सिंह और आयुष पर कई मर्तबा चढ़ा दिया। तीनों की मौक़े पर ही मौत हो गई। बाद में ट्रैक्टर चलाकर अनवर सिवनी मालवा थाने पहुँच गया। पूरी घटना की जानकारी पुलिस को उसने दी।

इसके बाद पुलिस हरकत में आयी। मौक़े पर पहुँची। क्षत-विक्षत शव सड़क पर मिले। पुलिस ने इन्हें अपने कब्जे में लिया। बुरी तरह जख्मी बालाराम और उसकी पत्नी को अस्पताल पहुँचाया।

पुलिस ने अनवर समेत कुल 10 लोगों के ख़िलाफ़ हत्या और अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया है। आरोपियों में तीन महिलाएँ भी शामिल हैं। सात लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है।

ग्रामीणों ने साधी चुप्पी

बताया गया है कि पूरे घटनाक्रम को कई लोगों ने देखा। बावजूद इसके मामले को लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सभी ने चुप्पी साध रखी है। दरअसल, अनवर और उसके साथियों का गाँव में ख़ासा खौफ है। इसी वजह से कोई चश्मदीद सामने नहीं आ रहा है। पुलिस पूरे मामले की बारीकी से छानबीन कर रही है।

होशंगाबाद एसपी संतोष सिंह गौर का कहना है कि दोनों परिवारों में रंजिश हाल ही में हुई है। ज़मीन खरीदी का विवाद है। चूँकि कोई रिपोर्ट पहले नहीं हुई, लिहाजा पुलिस ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया।