प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर रात राष्ट्र के नाम संदेश में कहा है कि कोरोना अभी गया नहीं है और हर नागरिक को सचेत रहना होगा। ओमिक्रॉन का संक्रमण भी बढ़ रहा है।
उन्होंने भरोसा दिया कि देश में 1 लाख 40 हजार आईसीसी बेड और 5 लाख आक्सीजन बेड हैं। इसलिए कोई भी पैनिक में नहीं आए। 90 हजार बेड बच्चों के लिए हैं।
महत्वपूर्ण घोषणा
प्रधानमंत्री ने कहा कि 3 जनवरी 2022 से 15 साल के किशोरों से लेकर 18 साल के युवकों के वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी।
इसी तरह 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को भी वैक्सीन लगेगी लेकिन इसके लिए डॉक्टर से अनुमति लेनी होगी। वैक्सीन का यह कार्यक्रम 10 जनवरी से शुरू होगा।
प्रधानमंत्री ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें भी प्रीकॉशन डोज लगेगी। इसे बूस्टर डोज नाम नहीं दिया गया है। बुजुर्गों को लगने वाला टीका भी प्रीकॉशन डोज होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा -
“
जल्द ही सरकार डीएनए वैक्सीन भी शुरू करेगी। ओमिक्रॉन पर हमारी बारीक नजर बनी हुई है।
कुल मिलाकर प्रधानमंत्री के संदेश की यही खास बातें थीं लेकिन उन्होंने कुछ और दावे किए हैं।
मोदी ने कहा देश में 61 फीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।
90 फीसदी आबादी को एक डोज लग चुकी है।
गोवा और हिमाचल प्रदेश में सौ फीसदी वैक्सीन लग चुकी है।
भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन अभियान चलाया। यह अभियान वैज्ञानिक तरीके से चलाया गया।
पीएम मोदी ने कहा -
“
कोरोना अभी गया नहीं, इसलिए सतर्क रहें। मास्क लगाएं।
मोदी का बयान ऐसे समय आया है जब ओमिक्रॉन फैल रहा है और पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हाल ही में चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री से अनुरोध किया था कि यूपी में विधानसभा चुनाव कुछ दिनों के लिए टाल दिए जाएं। रैलियां बंद कर दी जाएं।
आय़ोग ने कहा है कि वो जमीनी हकीकत पता करने के बाद ही कुछ कहेगा।
पीएमओ ने हाईकोर्ट के अनुरोध पर अभी कुछ नहीं कहा लेकिन प्रधानमंत्री ने आज देश के नाम संदेश में अपनी बात कह दी है।
बहरहाल, प्रधानमंत्री की इन घोषणाओं और आश्वासन के बावजूद सवाल बना हुआ है कि क्या 5 राज्यों में चुनाव हो पाएंगे?