महाराष्ट्र में 20 नवंबर, झारखंड में 13 व 20 नवंबर को वोटिंग: ईसीआई 

04:41 pm Oct 15, 2024 | सत्य ब्यूरो

चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव होगा। झारखंड में दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग होगी। दोनों राज्यों में 23 नवंबर को मतगणना होगी। इसके साथ ही आयोग ने लोकसभा और राज्य विधानसभा सीटों पर उपचुनावों की भी घोषणा की।

चुनाव आयोग ने इसके लिए दोपहर 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ ही 50 सीटों पर उपचुनावों की घोषणा भी की गई। 47 विधानसभा सीटों और केरल की एक लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होगा जबकि उत्तराखंड की एक विधानसभा और महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट के लिए चुनाव 20 नवंबर को होगा। इन सभी उपचुनावों के नतीजे भी 23 नवंबर को आएँगे। 

दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव

चुनाव आयोग खाली पड़ी तीन लोकसभा सीटों में से दो के लिए उपचुनाव की घोषणा की है। खाली पड़ी तीन लोकसभा सीटों में केरल की वायनाड के अलावा महाराष्ट्र की नांदेड़ में उपचुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की बशीरहाट को लेकर एक याचिका लंबित है और इस वजह से यहाँ उपचुनाव नहीं होंगे। वायनाड लोकसभा सीट को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जून में अमेठी और वायनाड दोनों से जीत हासिल करके खाली किया था। कांग्रेस ने घोषणा की है कि वायनाड सीट के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की उम्मीदवार होंगी। 

यूपी में 9 सीटों पर उपचुनाव

उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटें खाली हैं, लेकिन नौ पर ही उपचुनाव होंगे। उत्तर प्रदेश में इन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं - कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद)। मिल्कीपुर (अयोध्या) को लेकर एक याचिका लंबित होने की वजह से यहाँ उपचुनाव नहीं होंगे। यूपी में 13 नवंबर को ही वोटिंग होगी और मतगणना 23 नवंबर को होगी।

288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल इस साल नवंबर में समाप्त हो रहा है, जबकि 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा। 2019 में महाराष्ट्र के पिछले विधानसभा चुनावों में महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए ने 288 में से 154 सीटें जीती थीं। इसमें तत्कालीन एकीकृत शिवसेना और एनसीपी और कांग्रेस शामिल थे। अब शिवसेना और एनसीपी का विभाजन हो चुका है और दोनों दलों का एक-एक धड़ा बीजेपी के साथ सरकार में शामिल हैं। यानी इस चुनाव में एमवीए और शिवसेना, एनसीपी व बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के बीच मुकाबला होगा।

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सत्ता में लौटने की उम्मीद लगाए है। इस बीच, कांग्रेस शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (सपा) से मिलकर बनी महा विकास अघाड़ी राज्य में सत्ता हासिल करने का लक्ष्य बना रही है।

झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम के नेतृत्व वाला गठबंधन दूसरा कार्यकाल पाने के मक़सद से उतरेगा, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाला विपक्ष सत्ता में वापसी की कोशिश करेगा। सोमवार को ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि जेएमएम के नेतृत्व वाला गठबंधन विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।

जेएमएम यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद अपने संबोधन में सोरेन ने पार्टी की चुनावी तैयारियों पर भरोसा जताया और भरोसा दिलाया कि गठबंधन राज्य में फिर से सत्ता हासिल करेगा।

सीईसी राजीव कुमार ने कहा, 'चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के समय अपने इरादे साफ़ करके हम एक नया स्वर्णिम मानक स्थापित कर रहे हैं। आपको याद दिला दूं कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के समय हमने 4M के मुद्दे से निपटने और बाहुबल, धन, गलत सूचना और एमसीसी उल्लंघन की अनुमति नहीं देने का वादा किया था।'