कार अकेले चला रहे हैं तो भी मास्क ज़रूरी: दिल्ली हाई कोर्ट

12:26 pm Apr 07, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

कोरोना संक्रमण के बेतहाशा बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने साफ़ कहा है कि यदि कार अकेले चला रहे हैं तो भी मास्क ज़रूरी है। अदालत ने कार को एक 'सार्वजनिक जगह' क़रार दिया और कहा कि मास्क उस व्यक्ति के लिए सुरक्षा कवच तो है ही जो उसे पहन रहा है, यह उसके आसापास के लोगों के लिए भी सुरक्षा कवच है। कोर्ट ने बुधवार को एक मामले की सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। अदालत अकेले कार चलाते समय मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने के ख़िलाफ़ केस की सुनवाई कर रही थी। 

यह आदेश वकील सौरभ शर्मा की एक याचिका पर आधारित है, जिन्होंने अदालत में 500 रुपये जुर्माने को चुनौती दी थी। उन्हें बिना मास्क के अकेले ड्राइविंग करने पर दिल्ली पुलिस ने रोक दिया था और जुर्माना लगाया था। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उच्च न्यायालय को बताया था कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि एक अकेला चालक को मास्क पहनना पड़े। इसने यह भी कहा कि लेकिन हर राज्य को अपने नियम बनाने और उन्हें लागू करने का अधिकार है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने निजी या सार्वजनिक वाहनों में सभी के लिए मास्क के पक्ष में तर्क दिया है और पिछले साल अप्रैल में भी ऐसा आदेश पारित किया था।

सभी पक्षों से दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने कहा, 'यहां तक ​​कि अगर आप कार में अकेले हैं, तो मास्क पहनने पर आपत्ति क्यों? यह आपकी अपनी सुरक्षा के लिए है। महामारी का संकट बढ़ गया है। किसी व्यक्ति को टीका लगा हो या नहीं, उन्हें भी मास्क पहनना चाहिए।'

ऐसा सख्त क़दम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है। दिल्ली में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 5100 नए मामले सामने आए हैं।

यह इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। दिल्ली में बीते शनिवार को 3,567, रविवार को 4,033 और सोमवार को 3,548 मामले सामने आए थे। 

दिल्ली सरकार ने रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगा दिया है। यह नाइट कर्फ़्यू 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। केजरीवाल सरकार ने कहा है कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए ही रात का कर्फ़्यू लगाने की ज़रूरत पड़ी। सरकार ने कहा है कि नाइट कर्फ्यू के दौरान कोरोना के टीकाकरण के लिए जाने वाले और ज़रूरी सेवाओं में लगे लोगों को ई-पास दिए जाएंगे। 

केजरीवाल सरकार ने 100 से अधिक बेड वाले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के लिए 30 फ़ीसदी बेड आरक्षित करने के लिए कहा है। इन अस्पतालों में सामान्य बेड के अलावा आईसीयू बेड भी कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित करने होंगे।

बता दें कि देश में एक दिन में 1 लाख 15 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। यह 24 घंटे में अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। इससे पहले सबसे ज़्यादा पॉजिटिव केस रविवार को आए थे जब 1 लाख 3 हज़ार केस आए थे। इसके बाद सोमवार को क़रीब 97 हज़ार पॉजिटिव केस रिकॉर्ड किए गए। यानी तीन दिन के अंदर यह दूसरी बार है जब संक्रमण के मामले एक लाख से ज़्यादा आए हैं।भारत में हर रोज़ संक्रमण के मामले अब दुनिया में सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। हर रोज़ संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर ब्राज़ील है जहाँ 80 हज़ार से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं और तीसरे स्थान पर अमेरिका है जहाँ 60 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं। अब तक कुल संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर है जहाँ 3 करोड़ 15 लाख मामले आए हैं, ब्राज़ील दूसरे स्थान पर है जहाँ 1 करोड़ 31 लाख केस हैं और तीसरे स्थान पर भारत में एक करोड़ 28 लाख मामले आए हैं।