अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अमित शाह को एक चुनौती दी है कि यदि वह काम गृहमंत्री कर दें तो केजरीवाल चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार झुग्गी-झोपड़ियों को ढहाने से जुड़े सभी मामले वापस ले ले और अदालत में यह हलफनामा दे दे कि सभी विस्थापित लोगों को उनकी जमीन पर बसाया जाएगा, जहां से उन्हें बेदखल किया गया है, तो वह दिल्ली चुनाव नहीं लड़ेंगे।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि अगर बीजेपी 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह शहर की झुग्गियों को तोड़ देगी। खुद को झुग्गी-झोपड़ियों का रक्षक बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को झुग्गी-झोपड़ियों के लोग सिर्फ चुनाव के समय याद आते हैं।
केजरीवाल की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उन पर अपने 'शीशमहल' में महंगे शौचालय बनाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद आई है। अमित शाह ने शनिवार को आरोप लगाया था कि 'शीशमहल' के शौचालय 'दिल्ली की पूरी झुग्गियों से भी महंगे हैं'।
दिल्ली के पूर्व सीएम दिल्ली के शकूर बस्ती इलाके में झुग्गियों का दौरा करने के बाद प्रेस को संबोधित कर रहे थे। केजरीवाल ने भाजपा पर पांच साल तक झुग्गीवासियों की अनदेखी करने और फिर केवल चुनाव के दौरान वोट के लिए उनसे संपर्क करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'हमने हाल ही में देखा कि कैसे भाजपा नेता अलग-अलग झुग्गियों में रात बिताते हैं। अब क्यों? आप 10 साल पहले यहां रात को सोने क्यों नहीं आए? ये सब झुग्गी पर्यटन वोट पाने के लिए एक नाटक के अलावा और कुछ नहीं है। भाजपा अमीर लोगों की पार्टी है। वे झुग्गी-झोपड़ियों के लोगों को कीड़ा-मकोड़ा समझते हैं। क्या आपको लगता है कि वे यहां समय इसलिए बिता रहे हैं क्योंकि उन्हें झुग्गी-झोपड़ियों के निवासियों से प्यार है? नहीं, वे प्यार इसलिए दिखा रहे हैं क्योंकि उन्हें आपसे वोट चाहिए।' उन्होंने कहा,
“
बीजेपी को वोट देना मतलब, अपनी आत्महत्या पर दस्तख़त करना! बीजेपी ने सारी झुग्गियों को तोड़ने की योजना बना रखी है कि कौन सी झुग्गियों की ज़मीन किसे देनी है।
अरविंद केजरीवाल, आप प्रमुख
आप प्रमुख ने दावा किया, 'अगर झुग्गीवासियों ने बीजेपी को वोट दी तो BJP एक साल में ही सारी झुग्गियों को तोड़ देगी। बीजेपी ने 3 लाख झुग्गीवालों को बेघर किया है।'
केजरीवाल ने कहा, 'बीजेपी को झुग्गीवालों की नहीं, अपने दोस्त के पैसे की है चिंता! 10 साल पहले बीजेपी ने झुग्गियां तोड़ने की कोशिश की थी। मैंने अधिकारियों को यहाँ लाकर झुग्गियां टूटने नहीं दी थी। उस दिन ये जो बुलडोजर लेकर आए थे, उस अफ़रातफ़री में एक 6 साल की बच्ची मारी गई थी। बीजेपी को झुग्गीवासियों की जान की कोई परवाह नहीं है।'
उन्होंने शकूर बस्ती निर्वाचन क्षेत्र में रेलवे कैंप के बाहर खड़े होकर कहा कि चुनावों के बाद बीजेपी झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों की अपेक्षा जमीन को प्राथमिकता देगी। उन्होंने इस बात का हवाला दिया कि किस तरह उपराज्यपाल ने 7 दिसंबर को झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए शकूर बस्ती झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्र के भूमि उपयोग में बदलाव किया है।
पूर्व सीएम ने रेलवे पर पिछले साल सितंबर में रेलवे कैंप झुग्गी को ध्वस्त करने के लिए टेंडर जारी करने का भी आरोप लगाया। केजरीवाल ने चेतावनी देते हुए कहा, 'यहां रेलवे कैंप के लोग सोच रहे हैं कि उन्हें जहां झुग्गी वहां मकान योजना के तहत घर मिलेगा, जबकि भाजपा तीन महीने पहले ही इस इलाके को खाली करने की विस्तृत योजना लेकर आई थी। अगर आप उन्हें वोट देंगे और जिताएंगे, तो वे आपको दो महीने से कम समय में बेघर कर देंगे।'
केजरीवाल ने कहा, 'कल एक कार्यक्रम में शाह ने कई झुग्गियों के लोगों को बुलाया और मुझे गाली दी। भाजपा कहती है जहां झुग्गी वहां मकान। हम भी इस योजना में विश्वास करते हैं। लेकिन जहां झुग्गी वहां किसका मकान? झुग्गी वालों के लिए? नहीं। जहां झुग्गी वहां इनके दोस्तों का मकान, बिल्डरों का मकान। हर कोई जानता है कि वे कौन हैं।'
उन्होंने कहा, 'आपने झुग्गीवासियों के खिलाफ जो भी मुकदमे दर्ज किए हैं, उन्हें वापस ले लीजिए और कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दीजिए कि आप उन सभी लोगों को उसी जमीन पर घर देंगे, जहां वे पहले रहते थे... मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं आपको यह चुनौती देता हूं, इसे स्वीकार करें। अन्यथा, केजरीवाल कहीं नहीं जाएगा, बल्कि चुनाव लड़ेगा, जीतेगा और झुग्गीवासियों के लिए एक स्तंभ की तरह खड़ा रहेगा और आपको उनके घर नहीं तोड़ने देगा।'
केजरीवाल ने कहा कि 'भाजपा ने जहां झुग्गी वहां मकान योजना के तहत झुग्गीवासियों के लिए केवल 4000 घर बनाए हैं, जबकि दिल्ली में चार लाख झुग्गियां हैं। इससे पता चलता है कि इन सभी लोगों को आवास मुहैया कराने में बीजेपी को कम से कम एक हजार साल लगेंगे। हकीकत यह है कि गरीबों के लिए घर बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है। वे केवल झुग्गियों की जगह अपने अमीर दोस्तों के लिए घर और व्यावसायिक इमारतें बनाने पर विचार कर रहे हैं।'
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली की 750 झुग्गियों में 30 लाख से ज़्यादा लोग रहते हैं, जिनमें से आधे पंजीकृत मतदाता हैं और 20 विधानसभा सीटों पर उनका महत्वपूर्ण प्रभाव है। 2020 के विधानसभा चुनावों में, लगभग 61 प्रतिशत झुग्गीवासियों ने आप को वोट दिया। 2015 में 66 प्रतिशत गरीबों ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी को वोट दिया, जिसने 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीती थीं। इस बार 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव 5 फरवरी को होंगे और मतों की गिनती 8 फरवरी को होगी।