दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसलिए आलोचना की क्योंकि उन्होंने 'लोगों को मुफ्त सुविधाएँ देने' को लेकर 'रेवड़ी संस्कृति' का तंज कसा। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर रहे थे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश के लोगों, खासकर युवाओं को बहुत सावधान रहने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि रेवड़ी संस्कृति में विश्वास रखने वाले कभी भी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डे या रक्षा गलियारे नहीं बनाएंगे। इसी की प्रतिक्रिया में केजरीवाल ने कहा कि जनता को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देना मुफ्त रेवड़ी नहीं है। उन्होंने संकेतों में प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, 'मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि केजरीवाल मुफ्त रेवड़ियाँ बाँट रहा है। केजरीवाल फ्रीबीज दे रहा है। मुझे भद्दी-भद्दी गालियाँ दी जा रही हैं। मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है। मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि मैं क्या गलत कर रहा हूं? मैं दिल्ली में गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के बच्चों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहा हूं। मैं लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या मैं मुफ्त रेवड़ियाँ बांट रहा हूं या देश की नींव रख रहा हूं?'
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, 'हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है। ये कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है। रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे। हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है।'
इन आरोपों पर केजरीवाल ने कहा है, 'मैं दिल्ली के ग़रीब और मध्य वर्ग के 18 लाख बच्चों को मुफ़्त में शानदार शिक्षा दे रहा हूँ। पहले 18 लाख बच्चों का भविष्य बर्बाद था। मैं इनका भविष्य बना रहा हूँ तो क्या गुनाह कर रहा हूँ।... यदि मैं अपनी बड़ाई करूँ तो कहा जाएगा कि केजरीवाल खुद अपनी बड़ाई कर रहा है। लेकिन नतीजे 99 फीसदी से ज़्यादा आए हैं। पिछले कुछ सालों में 4 लाख बच्चे निजी स्कूलों से सरकारी स्कूल में शामिल हुए हैं, यह कोई छोटी बात नहीं है।' केजरीवाल ने कहा,
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मजदूर के बेटे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़कर आईआईटी में पढ़ रहे हैं। यह काम 1947 या 1950 में हो जाना चाहिए था।
अरविंद केजरीवाल, दिल्ली सीएम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'इसे फ्री रेवड़ी नहीं कहते। हम इस देश की नींव के लिए पत्थर रख रहे हैं। हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की हालत को शानदार बना दिया है और देश भर में चर्चित मोहल्ला क्लीनिक खोले हैं... क्या इसे मुफ्त रेवड़ी देना कहते हैं?'
उन्होंने कहा, 'दिल्ली में अगर किसी का एक्सीडेंट होता है तो फरिश्ते योजना के तहत अगर कोई उन्हें अस्पताल ले जाता है, तो उनका इलाज मुफ्त किया जाता है... हमने 13 लाख से ज़्यादा लोगों की जान बचाई है। उनसे पूछें कि क्या केजरीवाल मुफ्त रेवड़ी दे रहे हैं या नेक काम कर रहे हैं।'
उन्होंने अपनी सरकार की मुफ्त बिजली योजना और उसके आलोचकों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'लोग कहते हैं कि केजरीवाल मुफ्त बिजली क्यों देते हैं? मैं उनसे पूछना चाहता हूं- आपके मंत्रियों को कितनी मुफ्त बिजली मिलती है? जब आपको और आपके मंत्रियों को 4,000-5,000 यूनिट बिजली मुफ्त मिले तो कोई बात नहीं। लेकिन अगर मैं गरीबों को 200-300 यूनिट मुफ्त बिजली देता हूं, तो आपको बहुत परेशानी होती है।'
केजरीवाल ने दिल्ली सरकार द्वारा मुफ्त तीर्थयात्रा योजना, मुफ्त योग कक्षाओं और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का भी उल्लेख किया और कहा कि इनमें से किसी को भी 'मुफ्त रेवड़ी' के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है।
केजरीवाल बोले, 'जो लोग मुझे गाली दे रहे हैं, उन्होंने अपने लिए निजी हवाई जहाज खरीदने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं। केजरीवाल हवाई जहाज नहीं खरीदते। वह उस पैसे को बचाता है और माताओं और बहनों के लिए बस यात्रा मुफ्त करता है। केजरीवाल क्या गलत कर रहा है?'
केजरीवाल ने यह भी कहा कि इतनी सारी चीजें मुफ्त करने के बावजूद आज दिल्ली का बजट मुनाफे में चल रहा है। उन्होंने कहा कि 'मैं यह नहीं कह रहा हूं, अभी कुछ दिन पहले सीएजी की रिपोर्ट आई है। उनका कहना है कि 2015 में जब से केजरीवाल सरकार आई है बजट मुनाफे में है। इससे पहले बजट घाटे में रहता था।'
इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि मुफ्त में किसे रेवड़ियाँ बांटी जा रही हैं। उन्होंने कहा,
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मैं आपको बताता हूँ कि मुफ्त रेवड़ी क्या है, और इस देश में मुफ्त रेवड़ी कौन बांट रहा है। एक बड़ी कंपनी है जिसने विभिन्न बैंकों से कर्ज लिया। खा गए वो लोन। बैंक दिवालिया हो गया। उस कंपनी ने एक राजनीतिक दल को कुछ करोड़ का चंदा दिया और इस कंपनी के खिलाफ सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह मुफ्त रेवड़ी है।
अरविंद केजरीवाल, दिल्ली सीएम
उन्होंने निशाना साधा, 'जब आप अपने दोस्तों के हजारों करोड़ का कर्ज माफ करते हैं तो वह मुफ्त रेवड़ी है। जब आप विदेश यात्रा पर जाते हैं और उस यात्रा को अपने कुछ दोस्तों के लिए विदेशी सरकारों के साथ अनुबंध तय करने के बहाने के रूप में इस्तेमाल करते हैं, तो यह मुफ्त रेवड़ी है।