देश के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस इन्फेक्शन में वृद्धि के बीच, केंद्र सरकार ने दिल्ली सहित 7 राज्यों को पर्याप्त परीक्षण करने, कोविड प्रोटोकॉल बढ़ाने और वायरस को रोकने के लिए वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने के लिए कहा है। मुंबई में पिछले 24 घंटों में 9 मौतें हुईं, जबकि कोरोना के 1931 मामले सामने आए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना को लिखे एक पत्र में कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाले त्योहार की वजह से कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ सकती है।
आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों को राज्य के सभी जिलों में किया जाना महत्वपूर्ण है। राज्य को ऐसे जिलों की बारीकी से निगरानी करनी चाहिए, जहां इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा बढ़ रहा है।
अपने पत्र में, भूषण ने चिन्ता जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले एक महीने से नए मामले (औसतन 811 मामले) बढ़ रहे है, जिसमें 5 अगस्त को सबसे अधिक 2,202 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
दिल्ली में 5 अगस्त को देश के साप्ताहिक नए मामलों में 8.2 फीसदी का योगदान था और औसत दैनिक नए मामलों में 1.86 गुना वृद्धि दर्ज की है, जो 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 802 से बढ़कर 5 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 1,492 हो गया है।
भूषण ने कहा कि केरल में पिछले एक महीने में प्रतिदिन औसतन 2,347 मामले और महाराष्ट्र में 2,135 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने इन्फेक्शन के जिलेवार बढ़ने का भी हवाला दिया। उन्होंने राज्यों से कोविड-19 के लिए संशोधित निगरानी रणनीति का प्रभावी अनुपालन तय करने का अनुरोध किया, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा किया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और SARI मामलों की निगरानी और रिपोर्ट नियमित आधार पर करना और पता लगाना महत्वपूर्ण है। इन्फेक्शन फैलने की पूर्व चेतावनी के संकेत दिए जाएं। इसका फायदा यह होगा कि अगर किसी क्षेत्र को खाली कराना पड़ा तो आसानी होगी।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के नमूनों की जीनोम सिक्वेसिंग (अनुक्रमण) के साथ-साथ उस जगह और नए कोविड -19 मामलों के स्थानीय क्लस्टर से नमूनों का संग्रह भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ऐसे नमूनों को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की लैब में तुरंत भेजा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "बाजारों, अंतर-राज्यीय बस स्टैंड, स्कूलों, कॉलेजों, रेलवे स्टेशनों आदि जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों में कोविड प्रोटोकॉल लागू करने के लिए नए सिरे से ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्यों को सभी पात्र आबादी के लिए वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने का लक्ष्य रखना चाहिए और 30 सितंबर तक 'कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव' के तहत सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों में 18 से अधिक पात्र आबादी के लिए मुफ्त एहतियाती खुराक का लक्ष्य बनाए रखना चाहिए।