कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हालात के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति पर भी चर्चा की है। इस दौरान पार्टी के कई आला नेता भी मौजूद रहे।
बता दें कि सोनिया गांधी ने बीते दिनों चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से कई बार मुलाकात की है। सोनिया गांधी इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस के कई आला नेताओं के साथ बैठक कर चुकी हैं।
कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी साल 2022 के अंत में होने वाले और 2023 के चुनावी राज्यों को लेकर रणनीति बना रही हैं और इसके साथ ही वह 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भी पार्टी को तैयार कर रही हैं।
कांग्रेस इन दिनों खराब दौर से गुजर रही है और हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में उसकी करारी हार हुई है। इस बीच प्रशांत किशोर की ओर से सोनिया गांधी को दिए गए प्रेजेंटेशन में जो सुझाव दिए गए हैं, उन पर काम करने के लिए पार्टी ने 8 सदस्यों की एक कमेटी बना दी है।
कांग्रेस इसके साथ ही चिंतन शिविर का भी आयोजन करने जा रही है। माना जा रहा है कि यह चिंतन शिविर अगले महीने राजस्थान में हो सकता है।
खबरों के मुताबिक, सोनिया गांधी आने वाले दिनों में पार्टी के कई और वरिष्ठ नेताओं के साथ लगातार बैठक कर सकती हैं।
प्रशांत किशोर की ओर से दिए गए तमाम सुझावों को लेकर कांग्रेस ने कहा था कि चुनावी रणनीतिकार को पार्टी में शामिल होना चाहिए। प्रशांत किशोर ने जो सुझाव कांग्रेस को दिए थे उनमें कहा गया था कि कांग्रेस को लोकसभा की 370 सीटों पर फोकस करना चाहिए।
किशोर के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा में अकेले लड़ना चाहिए जबकि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में पार्टी को गठबंधन करना चाहिए।