बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद अगले मुख्यमंत्री के नाम का एलान आज शाम को हो सकता है। बेंगलुरू में थोड़ी देर में बीजेपी विधायक दल की बैठक शुरू होगी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व जी. किशन रेड्डी बतौर पर्यवेक्षक इसमें शामिल होंगे। बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह भी बेंगलुरू पहुंच चुके हैं। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसे लेकर बीजेपी हाईकमान तमाम नामों पर विचार कर रहा है।
बीजेपी हाईकमान और आरएसएस नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए कई फ़ैक्टर्स को ध्यान में रख रहा है।
लिंगायत समुदाय का फ़ैक्टर
‘द हिंदू’ के मुताबिक़, पहला फ़ैक्टर यह है कि येदियुरप्पा की जगह पर लिंगायत समुदाय के ही किसी नेता को जगह दी जाए। इससे लिंगायत समुदाय की नाराज़गी का ख़तरा कम होगा। हालांकि लिंगायत समुदाय व इसके संतों के बीच येदियुरप्पा जैसी स्वीकार्यता दूसरे नेताओं की नहीं है।
संघ परिवार का फ़ैक्टर
दूसरा फ़ैक्टर संघ परिवार का है। इस फ़ैक्टर की हिमायत करने वालों का कहना है कि बीजेपी को एक समुदाय तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि हिंदुत्व की विचारधारा पर आगे बढ़ना चाहिए।
‘द हिंदू’ के मुताबिक़, इस फ़ैक्टर के तहत जो नाम चर्चा में हैं, उनमें वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले राष्ट्रीय सचिव सीटी रवि और उप मुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण का नाम शामिल है। वोक्कालिगा लिंगायत के बाद प्रमुख समुदाय है और इसका बड़ा हिस्सा कांग्रेस का समर्थन करता है।
युवा फ़ैक्टर
एक और फ़ैक्टर युवाओं को वरीयता देने का है। ‘द हिंदू’ के मुताबिक़, हाईकमान 50 साल तक के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है जो आगे 10 साल तक राज्य में पार्टी का नेतृत्व कर सके।
पार्टी में कुछ लोगों का मानना है कि इस पद पर आरएसएस से जुड़े किसी शख़्स को बिठाया जाना चाहिए जैसे नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात में मुख्यमंत्री बनाया गया था।