यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी है। दोनों देशों के कई जवानों की मौत इस हमले में हो चुकी है। हजारों लोग यूक्रेन छोड़कर जा रहे हैं। जानिए, इस युद्ध से जुड़े ताजा अपडेट्स-
- रूस के खिलाफ शनिवार को भी दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन जारी हैं। मॉस्को और टोक्यो में हुए प्रदर्शनों में रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर करने की मांग की गई। लंदन से लेकर न्यूयॉर्क तक में भी ऐसे प्रदर्शन हो चुके हैं।
- जेलेंस्की ने एक ट्वीट कर यह भी बताया है कि फ्रांस उन्हें हथियार उपलब्ध करा रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने यूक्रेन को युद्ध में सहायता करने का भरोसा दिया था।
- रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर कब्जा कर लिया है।
- जेलेंस्की ने अमेरिका के देश छोड़ने के ऑफ़र को ठुकरा दिया है और कहा है कि वह अपने मुल्क में ही रूकेंगे और लड़ेंगे।
- कीव में लगातार धमाके हो रहे हैं। इसमें कई इमारतों को जबरदस्त नुक़सान पहुंचा है।
- जेलेंस्की ने कहा है कि वे लोग अपने देश की, अपने देश की आजादी की रक्षा कर रहे हैं और ऐसा करते रहेंगे।
- यूक्रेन की आर्मी ने कहा है कि उसने रूस के 1000 सैनिकों को अब तक ढेर कर दिया है जबकि उसके 137 जवान शहीद हो चुके हैं।
- यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस के 80 टैंक, 516 लड़ाकू वाहन, सात हेलिकॉप्टर, 20 क्रूज मिसाइल को ध्वस्त कर दिया है।
- रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के 211 सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है।
- दोनों देशों की सेनाओं के बीच कीव में जोरदार युद्ध चल रहा है।
- बुलगारिया ने रूस के जहाजों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है।
- यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में निंदा प्रस्ताव लाया गया लेकिन भारत ने इसमें वोटिंग नहीं की। चीन और यूएई ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
- यूक्रेन से भारतीयों के पहला बैच रोमानिया पहुंच गया है। भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से इसका वीडियो जारी किया गया है। इसके बाद इन लोगों को विमान के जरिए भारत लाया जा रहा है।
- यूक्रेन के सुरक्षा बलों की ओर से आम लोगों से कहा गया है कि वे सेना में शामिल हों, चाहे वे नाबालिग ही क्यों न हों। सेना में शामिल होने की सभी प्रकियाओं को आसान कर दिया गया है।
- रूस की ओर से पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश के तौर पर मान्यता देने के बाद से ही उस पर दुनिया के तमाम देशों ने प्रतिबंध लगा दिए हैं लेकिन बावजूद इसके रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है।