रूस ने क्रीमिया में सैन्य अभ्यास ख़त्म करने की घोषणा की है और इसके साथ ही सैनिकों के यूक्रेन सीमा से वापस लौटने की ख़बर है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह घोषणा की है। समाचार एजेंसी एएफ़पी ने यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार रूसी रक्षा मंत्रालय ने क्रीमिया छोड़ने वाले रूसी सैन्य उपकरणों और बलों का एक वीडियो साझा किया है।
ये वे रूसी सैनिक हैं जो यूक्रेन की सीमा पर तैनात बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों का हिस्सा थे। रिपोर्टों में कहा गया था कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और इसलिए उसने बेलारूस, क्रीमिया और पश्चिमी रूस में एक लाख से ज़्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं। हालाँकि रूस ने यूक्रेन में किसी हमले की आशंका से इनकार किया।
रूस के रक्षा मंत्रालय का यह ताजा बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही यानी मंगलवार को इसने कहा था कि उसके कुछ सैनिक अपने घरेलू ठिकानों पर लौट रहे हैं। इसे यूक्रेन संकट को लेकर बरकरार तनाव को कम करने के तौर पर देखा गया।
हालाँकि, मंगलवार को रूस की घोषणा को पश्चिमी देशों ने संदेह की नज़र से देखा और कहा कि सैनिकों की वापसी की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की संभावना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक टेलीविज़न संबोधन में कहा कि सैनिकों की वापसी की ख़बरें असत्यापित हैं और यूक्रेन को घेरने वाले रूसी सैनिकों की संख्या 1,00,000 से 1,50,000 तक है।
इस बीच मंगलवार को साइबर हमलों के कारण यूक्रेन की सेना, रक्षा मंत्रालय और प्रमुख बैंकों की वेबसाइटें ऑफ़लाइन हो गईं। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर हमलों के कारण रक्षा, विदेश और संस्कृति मंत्रालयों और यूक्रेन के दो सबसे बड़े सरकारी बैंकों सहित कम से कम 10 यूक्रेनी वेबसाइटें पहुंच से बाहर थीं। एक यूरोपीय राजनयिक ने रॉयटर्स को बताया कि साइबर हमला रूसी रणनीति का एक पुराना तरीक़ा है।
अमेरिका ने सोमवार को कहा था कि उसे विश्वास नहीं है कि रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण करने पर अंतिम निर्णय ले लिया है या नहीं, लेकिन वह अब बहुत कम या बिना किसी चेतावनी के आगे बढ़ सकते हैं और सैन्य कार्रवाई कभी भी हो सकती है।
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पश्चिमी दावों को खारिज कर दिया कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहा था। उन्होंने कहा, 'यह और कुछ नहीं बल्कि तनाव भड़काने के लिए पूरी तरह से अभूतपूर्व अभियान है।'
पेसकोव ने अपने दूतावासों को यूक्रेन की राजधानी कीव से दूर स्थानांतरित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा सहित कई पश्चिमी देशों के कदमों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 'यह किसी प्रकार का दिखावटी उन्माद है, जो निश्चित रूप से किसी भी चीज़ पर आधारित नहीं है'। उन्होंने कहा कि तनाव बढ़ाने के बजाय रूस और पश्चिम को एक-दूसरे की सुरक्षा चिंताओं पर गंभीरता से चर्चा करनी चाहिए।