अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संघीय कानून के तहत मारिजुआना से जुड़े हजारों मामलों में दोषी अमेरिकियों के अपराध क्षमा करने की घोषणा की है। इससे उन अमेरिकियों को फायदा होगा जो ऐसे आपराधिक मामलों में सजा के बाद नौकरी, पढ़ाई और मकान खरीदने से वंचित रह जाते हैं। अमेरिका में मारिजुआना पाए जाने पर पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस घोषणा से मारिजुआना के मामलों में दर्ज होने वाले अपराधों में कमी आएगी। अमेरिका में लंबे समय से मांग हो रही है कि मारिजुआना के मामलों को अपराध की श्रेणी से बाहर निकाला जाए। आरोप है कि रंगभेद के आधार पर भी वहां मारिजुआना के मामले दर्ज होते हैं।
भारत में मारिजुआना को चरस की ही तरह माना जाता है। यहां भी चरस की बरामदगी पर केस दर्ज होते हैं। पिछले दिनों मशहूर बॉलिवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से चरस बरामद होने का दावा नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने किया था। लेकिन बाद में एनसीबी इससे जुड़े सबूत अदालत में पेश नहीं कर पाई थी। भारत में भी ड्रग्स की स्थिति काफी गंभीर है। यहां भी हजारों लोग ऐसे आरोपों में सजा काट रहे हैं।
अमेरिका में मारिजुआना को हेरोइन की श्रेणी की मादक ड्रग्स सूची में डाला गया है। वहां मारिजुआना की बरामदगी गंभीर अपराध मानी जाती है।
बाइडेन ने एक बयान में कहा कि किसी को भी सिर्फ मारिजुआना का उपयोग करने या रखने के लिए जेल में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, मारिजुआना के प्रति हमारे नजरिए के कारण बहुत से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यह समय है कि हम इन गलतियों को सुधारें।
राष्ट्रपति ने कहा कि मारिजुआना रखने के लिए लोगों को जेल भेज दिया गया, जबकि कई राज्यों में यह प्रतिबंधित नहीं है। इससे नस्लीय असमानताओं की समस्याएं बढ़ी हैं।
इस मुद्दे को हल करने के लिए बाइडेन के तीन नजरिए के बारे में बयान जारी किया गया। उन्होंने "मारिजुआना के साधारण कब्जे के सभी पूर्व संघीय अपराधों" को क्षमा करने की घोषणा की। बाइडेन ने राज्य के गवर्नरों से मारिजुआना सुधार कार्यक्रम का दायरा बढ़ाने के लिए राज्य में बाकी अपराधों पर काबू पाने का भी आग्रह किया। उन्होंने आगे कहा कि संघीय कानून के तहत मारिजुआना से जुड़े अपराध को तय करने के लिए इसकी समीक्षा करने को एक प्रशासनिक प्रक्रिया होगी। अभी तो मारिजुआना को 'सबसे खतरनाक पदार्थों' में शामिल किया गया है, जिसे हेरोइन या एलएसडी की तरह समान माना जाता है।
बाइडेन के इस कदम से उन लोगों को रोजगार, आवास या शिक्षा के अवसरों में मौके मिलने की उम्मीद है। क्योंकि ऐसे आरोपियों को मारिजुआना मिलने के बाद सजा का सामना करना पड़ता है और उनका पुलिस में आपराधिक रिकॉर्ड बन जाता है। बाइडेन के कदम में गैर अमेरिकी शामिल नहीं हैं। यानी सजा माफी की छूट उन्हें नहीं मिलेगी।