कोरोना से संक्रमित हुए इमरान, मोदी ने की जल्द स्वस्थ होने की कामना

08:21 pm Mar 20, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। स्वास्थ्य मामलों में इमरान के विशेष सहायक फ़ैसल सुल्तान ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी है। इमरान अपने घर पर ही आइसोलेशन में हैं। यह ख़बर मिलने के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। 

इमरान ने दो दिन पहले ही कोरोना वायरस की पहली डोज ली थी। बीते दिनों में उन्होंने पाकिस्तान की अवाम से कई बार अपील की है कि वह कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करे क्योंकि मुल्क़ में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है।  

यहां चिंता करने वाली बात यह है कि इमरान को वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना हुआ है। ऐसे में वहां के बाक़ी लोगों में वैक्सीन को लेकर ग़लत राय बन सकती है। पाकिस्तान को चीन के साथ ही भारत से भी वैक्सीन मिली है। 

#ImranKhan हुआ ट्रेंड 

इमरान के कोरोना से संक्रमित होने की ख़बर मिलते ही पाकिस्तान में उनके शुभचिंतकों ने उनके जल्द सेहतमंद होने की कामना की और ट्विटर पर #ImranKhan ट्रेंड करने लगा। पाकिस्तान की हुक़ूमत के प्रोद्यौगिकी मंत्री फ़वाद चौधरी, अली हैदर ज़ैदी सहित कई मंत्रियों ने उम्मीद जताई कि इमरान जल्द स्वस्थ हो जाएंगे। 

बेहतर संबंध बनाने की कोशिश 

बीते कुछ दिनों में इमरान ख़ान और आर्मी चीफ़ क़मर जावेद बाजवा ने भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंधों की हिमायत की है। हालांकि दोनों ने ही इसके लिए कश्मीर के मुद्दे को अहमियत दी है। 

बाजवा ने गुरूवार को इसलामाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के लिए यह वह वक़्त है जब हमें पुरानी बातों को दफ़न कर आगे बढ़ना चाहिए। इससे पहले इमरान ने भी कहा था कि उनका मुल्क़ भारत से बेहतर संबंध बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन पहल भारत को ही करनी होगी। 

बाजवा इमरान के सबसे भरोसेमंद और क़रीबी शख़्स हैं। इमरान ने ही आर्मी चीफ़ के रूप में बाजवा का कार्यकाल बढ़ाया था और आज इमरान सत्ता में हैं तो इसका बड़ा क्रेडिट बाजवा को ही दिया जाता है। ऐसे में बाजवा का यह बयान दोनों देशों के रिश्तों के लिए और भी अहम हो जाता है।

डोभाल-युसुफ की मुलाक़ात

भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू हो सकती है, इसका संकेत पिछले महीने तब मिला था जब दोनों देश लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर शांति बहाली और पुराने समझौतों पर अमल करने के लिए राजी हो गए थे। कहा गया था कि इसके पीछे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष मोईद यूसुफ़ के बीच हुई लंबी बातचीत है।