पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के नजदीकी और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी को बुधवार तड़के लाहौर में उनके आवास के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया। यह जानकारी डॉन अखबार ने आज 25 जनवरी को दी। पीटीआई नेता फवाद चौधरी पर राजद्रोह का आरोप है।
पीटीआई नेता के भाई फैसल चौधरी ने फोन पर डॉन को बताया, उनके घर के बाहर सुबह 5:30 बजे बिना नंबर प्लेट वाली चार कारें आईं और फवाद चौधरी को ले जाया गया।
उन्होंने कहा कि परिवार को फवाद की लोकेशन के बारे में हमें कुछ पता नहीं है। हमें उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर का कोई विवरण भी नहीं दिया जा रहा है। फैसल ने अपने भाई की गिरफ्तारी को 'गैरकानूनी' करार दिया और कहा कि वह इस लड़ाई को अदालत में लड़ेंगे।
फवाद की गिरफ्तारी के एक घंटे बाद पार्टी कार्यकर्ता लाहौर में पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के जमान पार्क स्थित आवास के बाहर जमा हुए और पार्टी प्रमुख इमरान खान को गिरफ्तार करने की सरकार की कथित योजना को विफल करने का दावा किया।
एक आधिकारिक पीटीआई ट्विटर अकाउंट ने कुछ वीडियो भी पोस्ट किए, जिसमें पुलिस वाहनों का एक काफिला दिखाया गया, जिसका दावा पार्टी ने चौधरी को गिरफ्तारी के बाद किया था।
क्या है एफआईआर मेंः चुनाव आयोग के सचिव उमर हमीद की शिकायत पर इस्लामाबाद के कोहसर पुलिस थाने में पीटीआई नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। शिकायत के मुताबिक फवाद पर मुख्य रूप से राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा भी कई धाराएं लगाई गई हैं। यह एफआईआर इस्लामाबाद के कोहसर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।
इसमें कहा गया है कि चौधरी ने पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान के घर के बाहर एक भाषण में, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) को धमकी दी और कहा कि जो लोग (पाकिस्तानी पंजाब में) कार्यवाहक सरकार का हिस्सा बनेंगे, उनका तब तक पीछा किया जाएगा जब तक उन्हें दंडित नहीं किया जाता है।
बाद में एक ट्वीट में इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि फवाद ने "एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ हिंसा भड़काने" और "लोगों की भावनाओं को भड़काने" की कोशिश की। इसलिए एफआईआर दर्ज की गई है।
फवाद चौधरी की गिरफ्तारी के खिलाफ पाकिस्तान में पीटीआई कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।